नदी की धार के विपरीत जाकर देखिये; हिम्मत को हर मुश्किल में आज़मा कर देखिये; आँधियाँ खुद मोड़ लेंगी अपना रास्ता; एक बार कोशिश करके दीपक जला कर तो देखिये।

दुनिया का हर शौंक पाला नहीं जाता; कांच के खिलौनों को उछाला नहीं जाता; मेहनत करने से हो जाती है हर मुश्किल आसान; क्योंकि हर काम तक़दीर पर टाला नहीं जाता।

​कुछ लोग दावा करते हैं कि शादी रोमांस में ख़लल डालती है। इसमें कोई शक नही है। जब ​​कभी आप रोमांस करते हैं आपकी पत्नी निश्चित रूप से हस्तक्षेप करती है।

खोकर पाने का मज़ा ही कुछ और है; रोने के बाद मुस्कुराने का मज़ा ही कुछ और है; हार तो जिंदगी का हिस्सा है मेरे दोस्त; हारने के बाद जीतने का मज़ा ही कुछ और है।

ज़िंदगी से ना रखो कभी कोई शिकायत तुम; यह हँसने के देगी मौके हज़ारों तुम्हें; मुक़ाबला करो हँसते हुए परेशानियों का; अगर मुसीबत आये कोई ज़िंदगी में तुम्हें।

ख़ुशी एक ऐसा एहसास है जिसकी हर किसी को तलाश है; ग़म एक ऐसा अनुभव है जो सबके पास है; मगर ज़िन्दगी को खुल कर तो वही जीता है; जिसे खुद पर और अपने खुदा पर विश्वास है।

​शादी: जिसका कारण प्रेम है जिँदगी भर के लिये तौफे में मिली दोस्ती है जो दया​ पर टिकी​​ है और तब तक रहती है जब तक मृत्यु हमें हमेशा के लिये अलग नही कर देती।

आसमान में न देखो अपने सपनों को; सपनों के लिए ज़मीन की जरूरत होती है; सब कुछ मिले ज़िन्दगी में तो जीने का क्या मज़ा; जीने के लिए एक कमी की जरूरत भी जरूरी होती है।

कोशिशों के बाद भी अगर हो जाती है कभी हार; होकर निराश मत बैठना मन को अपने मार; बढ़ते रहना आगे सदा हो जैसा भी ये मौसम; पा लेती है मंज़िल चींटी भी गिर-गिर कर हर बार।

लोग हमेंशा मुजसे पुछते है भाई तु कभी भी स्माईल नहि करता क्यों
मै भी ans मे कह देता हू जीस दिन ईस भाई ने स्माईल कर दि ना
उस दिन तेरी वाली भी तुजे भाई हि कहेगी

ताश के पत्तों से कभी ताजमहल नहीं बनता; नदी को रोकने से समंदर नहीं बनता; लड़ते रहो ज़िंदगी से हर दिन हर पल क्योंकि; सिर्फ एक बार जीतने से कोई सिकंदर नहीं बनता।

मा आपकी याद सताती है मेरे पास आ जाओ
थक गया हूँ मुझे अपने आंचल मैं सुलावो
उंगलियाँ अपनी फिराकार कर बालों में मेरे
एक बार फिर से बचपन की लोरियाँ सूनाओ

खुद को ख़ुदा कहा और खुद ही ख़ुदा हो गए रिश्तों की कशमकश में खुद से जुदा हो गए
बांचते रहे तमाम उम्र आईने में अपनी सूरत तन्हा रहे जिंदगी में और भीड़ में ही खो गए

आँखों से आंसू न निकले तो दर्द बड जाता है
उसके साथ बिताया हुआ हर पल याद आता है
शायद वो हमें अभी तक भूल गए होंगे
मगर अभी भी उसका चेहरा सपनो में नज़र आता है

तुम्हें अन्दर से बाहर की तरफ विकसित होना है कोई तुम्हें पढ़ा नहीं सकता कोई तुम्हे आध्यात्मिक नहीं बना सकता तुम्हारी आत्मा के अलावा कोई और गुरु नहीं है।