Attitude तो बचपन से है
जब पैदा हुआ तो डेढ़ साल मैंने किसीसे बात नही की
Attitude तो बचपन से है
जब पैदा हुआ तो डेढ़ साल मैंने किसीसे बात नही की
आज दिल में बेचैनी कुछ जादा हो रही है
तुम जहाँ भी हो ठीक तो हो न
"कोई तो है जो हमे "Dua" मे माँग रही है.
वरना ऐसे ही थोडी हम "Single" है...!!"
..........कुछ लोग बहुत ही अच्छे होते हैं......
........जैसे आप
मुझे ही देख लें......
संस्कार की बात मत कर पगली तू
हम तो Temple Run भी चप्पल उतार के खेलते हे
काश ये मोहब्बत ख्वाब सी होती,
.
बस आँख खुलती और किस्सा खत्म ।
मुझे कहनी है तुमसे इक बात
दास्तान लबो से सुनोगे या निगाहो से
आज महोबब्त ने मुझे रुला दिया
जीस पर मरते रहे उसीने भुला दिया
मुसाफिरों की तरफ मुड़के देखना मत
जाते वक्त ये दिल तोड़ जाते है
ज़ख़्म दे कर ना पूछा करो दर्द की शिद्दत
दर्द तो दर्द होता हैं
मनाने का रिवाज़ उसकी किताब में नहीं था
मैं रूठा तो वो चली गयी ...!!!
कहाँ चल दिए मुझको लिखना सीखा कर
कोई लिख रहा है तुमको याद करके
ये तो कहिए इस ख़ता की क्या सज़ा
मैं जो कह दूँ आप पर मरता हूँ मैं
Attitude तो बचपन से है
जब पैदा हुआ तो डेढ़ साल मैंने किसी से बात नही की
मंजिले कितनी भी ऊँची हो,
पर रास्ते हमेशा पैरो के नीचे होते है....