जब इंसान अंदर से टूट जाता है
तो बहार से खामोश हो जाता है !!

जब नही था इश्क तो बोल देते
औकात दिखाने की क्या जरूरत थी
G.R..s

झूठ भी बड़ी अजीब चीज है..
बोलना अच्छा लगता है ...
सुनना बुरा.........

खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है
वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं
G.R..s

लड़ाई दिल और दिमाग की थी
कम्बख्त लीवर को नुक्सान उठाना पड़ा

तड़पती देखता हूँ जब कोई चीज
.
उठा लेता हूँ अपना दिल समझ कर

ना शौहर बनाया न दीवाना बनाया
उसे कोई रिश्ता ना निभाना आया

सारी दुनिया की खुशी अपनी जगह
उन सबके बीच तेरी कमी अपनी जगह

हमे दुवाए दिल से मिली है
कभी खरीदने को जेब में हाथ नही डाला

भले ही अपने जीगरी दोस्त कम हैं
पर जीतने भी है परमाणु बम हैं

कौन समझ पाया है आज तक हमें
हम अपने हादसों के इकलौते गवाह है

हम तो तराश देते पत्थरो को भी
उसे हम मोम को भी ना पिघलाना आया

वो कया सहेगी प्यार के दर्द को
कल Acitva से गिरी थी अभी तक रो रही है

हमे दुवाए दिल से मिली है,
कभी खरीदने को जेब में हाथ नही डाला..

बहुत दूर तक जाना पड़ता है,
सिर्फ यह जानने के लिए, नज़दीक कौन है..