यूँ भी तो राज़ खुल जाएगा एक दिन हमारी मुहब्बत का
महफिल मे जो हमको छोड़कर सबको सलाम करते हो

खोई हुई चीजे वहा अक्सर मिल जाती है जहाँ खोई हो
पर विश्वास वहा कभी नही मिलता जहाँ खोया हो

खुशी में मदहोश और गम में मायूस मत होना
ये वक्त बड़ा खिलाड़ी है हर रोज़ अपनी चाल बदलेगा …

दिल के छालों को कोई शायरी कहे तो दर्द नहीं होता
तक़लीफ़ तो तब होती है जब लोग वाह-वाह करते है

पगली कहती थी कि वो मेरी रग-रग से वाकिफ है
फिर भी मेरे दिल से निकलने का रास्ता नहीं ढुढ़ पाए

हमारी सोच और लोगो कि सोच मे बस ईतना हि फर्क हे के
वो सरकारी आदमी बनना चाहते हे और हम सरकार

सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूँछ ही लिया करो
मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते

वो ढूँढ रहे हैं हमसे दूर जाने के बहाने
सोच रहा हूँ खफा होके उनकी मुश्किले आसान कर दूँ
G.R..s

कौन करता है मुद्दतों तक इन्तजार किसी का दोस्तो
लोग कपड़ो की तरह आजकल मोहब्बत बदलते हैं

तुम पत्थर भी मारोगे तो भर लेंगे झोली अपनी
क्योंकि हम यारों के तोहफ़े ठुकराया नहीं करते

हमें पता था तेरी फितरत में है दगावाजी
हमने तो मौहब्बत ईसलिए कि थी शायद तेरी सोच बदल जाये

मैं क्यों कहूँ उससे की मुझसे बात करो
क्या उसे नहीं मालूम की उसके बिना मेरा दिल नहीं लगता

मैं मर भी जाऊ, तो उसे ख़बर भी ना होने देना
मशरूफ़ सा शख्स है, कही उसका वक़्त बर्बाद ना हो जाये …

हमें पता था तेरी फितरत में है दगावाजी
हमने तो मौहब्बत ईसलिए कि थी शायद तेरी सोच बदल जाये

हमारी अदा तो हमेशा मुकुरने की थी ओये बेवफा
ज़िन्दगी वीरान हो गयी किसी से दिल लगाने के बाद