तेरी दुआओ का दस्तुर भी अजब है मेरे मौला
मुहबबत उन्ही को मिलती है जिन्हे निभानी नही आती
तेरी दुआओ का दस्तुर भी अजब है मेरे मौला
मुहबबत उन्ही को मिलती है जिन्हे निभानी नही आती
एक छोरी मुझसे बोली एक तो तू Smart Handsome होके भी Single क्यू हैं
मेंने भी बोल दिया संस्कार पगली संस्कार
है कोई मुझे मेरे ख्वाब की ताबीर बताने वाला
मैने देखा है खुद की लाश पेँ खुद को रोते हुए
यूँ भी तो राज़ खुल जाएगा एक दिन हमारी मुहब्बत का
महफिल मे जो हमको छोड़कर सबको सलाम करते हो
तरस जाओगे हमारे लबो से सुनने को एक एक लफ्ज
प्यार की बात तो क्या हम शिकायत भी नहीं करेंगे
आज मेने कहा उसको आँखे बन्द कर देख लो न
मुझे उसने कह
दिया मुझे तुम्हारा चेहरा याद नहीं....
इस से ज़्यादा तुम्हे और कितना करीब लाऊँ मै
कि तुम्हे दिल में रख कर भी मेरा दिल नहीं भरता
जिस्म उसका भी मिट्टी का है मेरी तरह
ए खुदा फिर क्यू सिर्फ मेरा ही दिल तडफता है उस के लिये
बना दो वज़ीर मुझे भी इश्क़ की दुनिया का दोसतों,
वादा है मेरा हर बेवफा को सजा ऐ मौत दूंगा...!!!
खुशी में मदहोश और गम में मायूस मत होना
ये वक्त बड़ा खिलाड़ी है हर रोज़ अपनी चाल बदलेगा …
मैंने गले में सारे ताबीज डाल के देखे हैं पर
जो तेरी यादों को रोक सके वो धागा मिला ही नहीं
मैंने गले में सारे ताबीज डाल के देखे हैं पर
जो तेरी यादों को रोक सके वो धागा मिला ही नहीं
हमारी सोच और लोगो कि सोच मे बस ईतना हि फर्क हे के
वो सरकारी आदमी बनना चाहते हे और हम सरकार
पगली कहती थी कि वो मेरी रग-रग से वाकिफ है
फिर भी मेरे दिल से निकलने का रास्ता नहीं ढुढ़ पाए
दिल के छालों को कोई शायरी कहे तो दर्द नहीं होता
तक़लीफ़ तो तब होती है जब लोग वाह-वाह करते है