चुनाव से ठीक पहले जिस तेज़ी से लोग पार्टियां बदल रहे हैं उसे देख ऐसा लगता है जैसे पार्टी बदलने पर कोई ऑफर चल रहा है।
चुनाव से ठीक पहले जिस तेज़ी से लोग पार्टियां बदल रहे हैं उसे देख ऐसा लगता है जैसे पार्टी बदलने पर कोई ऑफर चल रहा है।
यह ऐसा पहला अद्भुत लोकसभा चुनाव है... जहाँ सारी पार्टियाँ विपक्ष के खिलाफ़ लड़ रहीं हैं ना कि रूलिंग पार्टी के खिलाफ़!
दिल्ली और आसपास के इलाकों में धूल भरी आँधियाँ: कारण: मोदी जी और बाकी मंत्री UPA सरकार की फाइलो पर पड़ी धूल साफ़ कर रहे थे।
अगर आप किसी राज्य के मुख्यमंत्री पद का दावेदार होना चाहते हैं तो तैयार हो जाएं... अन्ना फिर से आंदोलन करने वाले हैं।
राजनाथ सिंह आई पी एल 6 (IPL 6) की फिक्सिंग से अत्यंत परेशान हैं क्योंकि बी सी सी आई (BCCI) ने भाजपा का जेल भरो अंदोलन अपहृत किया।
भक्त: बाबा काला धन वापस कब आएगा? बाबा: कपालभाति करते हो? भक्त: नहीं। बाबा: किया करो ऐसे फ़ालतू ख्याल मन में नहीं आएंगे।
जो कहते है कि पाँच रुपये में पेट भर जाता है वो कान खोलकर सुन लें... इस देश में पेट खाली करनें का ही पाँच रुपया लग जाता है...
अर्ज़ किया है: गर्व से उठा है आज अपना कॉलर गर्व से उठा है आज अपना कॉलर; क्योंकि प्याज से पीछे रह गया है आज अमेरिकी डॉलर!
32 सीटों वाली भाजपा केवल चार विधायकों का इंतजाम नहीं कर पायी| . . . . और . . . 8 सीटों वाली कांग्रेस ने 28 विधायकों का इंतजाम कर लिया !
मालूम नहीं परन्तु क्यों अजमल कसाब की फांसी नाना पाटेकर का क्रांतिवीर का डायलाग याद करवा देती है साला एक मछर आदमी को...
घरवालों ने बोला है कि जा कर अन्ना हज़ारे के अनशन में बैठ। पहले केजरीवाल भी तेरी तरह खाली ही था - अब देख मुख्यमंत्री है।
रंगों से भरा हिंदुस्तान है; कोई मुश्किल तो कोई जिंदगी आसान है; एक कैच के मिले 1 लाख खिलाड़ी को; उधर तंगी से मरा एक किसान है।
दादी और नानी की कहानियाँ याद आ गई कि राक्षस की जान तोते में थी जब पवन बांसल को आधुनिक तोते (CBI) के कारण इस्तीफ़ा देना पड़ा।
शीला आंटी का रो रो कर बुरा हाल है उनका कहना है: कम्बख्तों जब किसी को भी सरकार नहीं बनानी थी तो मुझे हटाया क्यों? नासपीटों!
राहुल: माँ आपकी वजह से मेरी शादी नहीं हो रही है। सोनीया: वो कैसे? राहुल: आपके हर पोस्टर में लिखा होता है सोनीया को बहु मत दो!