माना की तुमारे पास हथियारोँ का काफिया होगा
हम भी Aggarwal हैँ सीना फौलाद का रखते हैँ
कोई गोली आर पार ना होगी
Garg saha
माना की तुमारे पास हथियारोँ का काफिया होगा
हम भी Aggarwal हैँ सीना फौलाद का रखते हैँ
कोई गोली आर पार ना होगी
Garg saha
मुझे ढूंढने की कोशिश न किया कर पगली
तूने रास्ता बदला मैंने मंज़िल ही बदल दी
er kasz
हसीन आँखों को पढ़ने का अभी तक शौक है मुझको
मुहब्बत में उजड़ कर भी मेरी ये आदत नहीं बदली
कितनी मासुम सी ख़्वाहिश थी इस नादांन दिल की
जो चाहता था कि शादी भी करूँ और ख़ुश भी रहूँ
Er kasz
कितने स्वीट हो तुम मेरी सारे बातें मानते हो
रात को ख़्वाबों में आए थे और मुस्कुराकर चले गए
सूरत नहीं देखी तेरी अरसे से
बस वो आखिरी बार का मुस्कुरा के मिलना आज भी जीने की वजह है मेरी
Er kasz
शाम को सज-संवर कर तुम इस तरह देखो न करो आईना
तुम्हारी नजर जब उस पर पड़ेगी चकनाचूर हो जाएगा आईना
सुबह सुबह कोई बहोत ही प्यार से आपको मॉर्निंग Wish करे
तो यकिनन मॉर्निंग ख़ूबसूरत हो ही जाती हैं
कई रास्तों पर चलकर देखा सब जा पहुंचे उसी पड़ाव पर
न गुजरे जो उस पड़ाव से मिल जाए तो चलूँ उस रास्ते पर
खिंच चुके है मासूम जो नकाब चेहरों से खुद ही गिर जाएँगे एक दिन
न बेकार समय गँवा कुछ सच्चे चेहरे तलाश
मोबाइल के एक फोल्डर में तेरी तस्वीरें इकठ्ठा की है मैंने
बस इसके सिवा और ख़ास कुछ जायदाद नहीं है मेरी
जब वाे मुँह में क्लिप दबा कर खुले बालो का जुड़ा
लगाती है
कसम से
ऐक बार ताे जिन्दगी वहीँ रूक
जाती है..!!
खुशियाँ उतनी ही अच्छी
जितनी मुट्ठियों मे समा जाए
छलकती बिखरती खुशियो को
अक्सर नजर लग जाया करती है
कई लडकियाँ मुझे ऑनलाइन देख कर भी जलती होगी
और सोचती होगी की यह बन्दा मेरे से बात नहीं कर रहा है
तो किसके साथ कर रहा है