अगर दूसरों को दु:खी देखकर तुम्हें भी दुःख होता है; तो समझ लो की भगवान ने तुम्हें इंसान बनाकर कोई गलती नही की है!

स्वयं का बचाव करने के लिए कभी दूसरों पर दोषरोपण मत करो; क्योंकि समय के पास सत्य को प्रकट करने का अपना तरीका है।

हम अपने अतीत की याद से बुद्धिमान नहीं होते बल्कि हम अपने भविष्य की ज़िम्मेदारियों के लिए बुद्धिमान होते हैं।

यदि आप रोते हो क्योंकि सूरज आपकी ज़िन्दगी से बाहर चला गया है तो आपके आँसू आपको सितारों को देखने के लिए रोकेंगे।

समय सत्ता सम्पति और शरीर चाहे साथ दें या न दें; लेकिन स्वभाव समझदारी सत्संग और सच्चे संबंध हमेशा साथ देते हैं।

खौलते हुए पानी में जिस तरह से प्रतिबिम्ब नहीं देखा जा सकता; उसी तरह क्रोध की स्थिति में सच को नहीं देखा जा सकता।

उस तरह मत चलिए जिस तरह डर आपको चलाये। उस तरह चलिए जिस तरह प्रेम आपको चलाये उस तरह चलिए जिस तरह ख़ुशी आपको चलाये।

किसी आत्मा की सबसे बड़ी गलती अपने असल रूप को ना पहचानना है और यह केवल आत्म ज्ञान प्राप्त कर के ठीक की जा सकती है।

ऐसा छात्र जो प्रशन पूछता है वह पांच मिनट के किए मूर्ख रहता है; लेकिन जो पूछता ही नहीं वह ज़िंदगी भर मूर्ख रहता है।

विजय गर्व और प्रतिष्ठा के साथ आती है पर यदि उसकी रक्षा पौरुष के साथ न की जाय तो अपमान का ज़हर पिला कर चली जाती है।

हम सारी दुनिया घूमते और खूबसूरती तलाशते रहते हैं... कभी मुड़ के भी नहीं देखते...अपने पास ही छुपी हुई खूबसूरती की ओर।

ज़िंदगी में जो हम चाहते हैं वो आसानी से नहीं मिलता लेकिन ज़िंदगी का यह भी एक सच है कि जो हम चाहते वो आसान नहीं होता।

समय और समझ एक साथ खुश किस्मत लोगों को ही मिलती है! क्योंकि अक्सर समय पर समझ नहीं आती और समझ आने तक समय निकल जाता है!

समय और समझ दोनों एक साथ खुशकिस्मत लोगों को ही मिलते हैं। अक्सर समय पर समझ नहीं आती और समझ आने पर समय निकल जाता है।

तिजोरी में पड़ी हुई लक्ष्मी इंसान को बहुत अच्छी लगती है! तो फिर औरत के पेट में पल रही लक्ष्मी से इतनी नफ़रत क्यों?