भीगे मौसम का भीगा सा साथ; भूला हुआ वक़्त भूली हुई बात; वो भीगी सी आँखें वो भीगी सी याद; मुबारक हो आपको मौसम की पहली बरसात।
भीगे मौसम का भीगा सा साथ; भूला हुआ वक़्त भूली हुई बात; वो भीगी सी आँखें वो भीगी सी याद; मुबारक हो आपको मौसम की पहली बरसात।
अब तो हद हो गयी बिजली भी दवाई हो गई है। 2 घंटा सुबह नाश्ते से पहले 2 घंटा दोपहर खाने के बाद 2 घंटा रात सोने से पहले। शुभ गर्मी।
हर जगह राजनीति चल रही है। आलम यह है कि अब तो ठंड और बारिश ने भी गठबंधन करके सरकार बना ली है। बेचारी गर्मी अल्पमत में हो गई।
अपना समझो या बेगाना; हमारा आपका रिश्ता है पुराना; इसीलिए फ़र्ज़ था आपको बताना; गर्मियां शुरु हो गई हैं; कृप्या . . . . . . . रोज़ नहाना।
दो बार लिप्स पे; 2 बार गाल पे; 2 बार माथे पे; 2 बार आँखों पे; चुंबन उम्बन (Kiss wiss) नहीं ओए; कोल्ड क्रीम जरूर लगाना सर्दी आ गई है न। हैप्पी सर्दी!
गर्मीयो में सर्द हवा के लिये माँगी हुई दुआ अब सर्दियों में कबूल होते हुए देखकर यकीन हो गया है कि ऊपर वाले के घर देर है अंधेर नही।
सुबह-सुबह बारिश होने पर कौन क्या सोचता है? प्रेमी: पक्का आज डेट और भी रोमांटिक हो जायेगी। बच्चा: पक्का आज स्कूल से छुट्टी मिल जायेगी। पति: पक्का आज पकोड़े और चाय हो जायेगी। पत्नी: पक्का आज कामवाली बाई नहीं आयेगी और मेरी बैंड बज जायेगी।
बारिश रिमझिम होनी चाहिए; जोर से तो सुसु भी आती है।
बहुत बिगडे है जमाने के रंग क्योंकि मिल बैठे हैं तीन यार संग संग Summer Monsoon Winte
ठण्ड की बात तो कुछ ऐसी है कि अगर WhatsApp पर भी कोई लिख दे Cool तो भी बर्दाश्त नहीं होता।
आज से सचमुच ठंड खत्म; क्योंकि आज अरविन्द केजरीवाल ने अपना मफलर उतार दिया है।
उफ़ सर्दी। . .. ... .... ..... ...... ....... जब ऊपर लिखा है कि सर्दी है तो नीचे कौनसा हीटर लगा है जो देख रहे हो?
दुनिया में हर कोई एक दूसरे सें जल रहा है फिर भी कम्बख़्त इतनी ठण्ड क्यों पड़ रही है?
ऐसे मौसम में क्यों ना मयख़ाना सजाएँ; चाय तो वो पीते हैं जिनके लीवर में दम नहीं होता।
धूप निकल आई है! जिस-जिस को अपनी चड्डी सुखानी हो वो सुखा ले। बाद में शायरियाँ मत करना।