तेरे मुस्कुराने का असर सेहत पे होता है लोग पूछ लेते है..दवा का नाम क्या है !
तेरे मुस्कुराने का असर सेहत पे होता है लोग पूछ लेते है..दवा का नाम क्या है !
मैंने कब कहा कीमत समझो तुम मेरी
हमें बिकना ही होता तो यूँ तन्हा ना होते
ना छोड़ना मेरा साथ ज़िन्दगी में कभी
शायद मैं ज़िंदा हूँ तेरे साथ की वजह से
चलती फिरती आँखों से अजां देखी है
मैने ज़न्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है
ना मेरा प्यार कम हूवा ना उस की नफ़रत,
अपना अपना फ़र्ज़ था दोनो अदा कर गये.
मेरे लफ्जों की पहचान अगर वो कर लेता
उसे मुझसे नही खुद से मोहब्बत हो जाती
एक लफ्ज जिसे लोग ज़िन्दगी कहते हैँ
हमने रखा है दिल मेँ इसी नाम से तुम्हेँ
जिंदगी में ये हुनर भी आजमाना चाहिए
अपनों से अगर हो जंग तो हार जाना चाहिए
मैं खुल के हँस रहा हूँ फकीर होते हुए
वो मुस्कुरा भी ना पाया अमीर होते हुए
कितनी अजीब है मेरे अन्दर की तन्हाई भी
हजारो अपने है मगर याद तुम ही आते हो
जब मेरी नब्ज देखी हकिम ने तो ये कहा
कोई जिन्दा हे इसमे लेकीन ये मर चुका है
किस कदर करूँ मुकदमा मैं उसपर उसकी बेवफाई का
मेरा दिल भी निकला वक़ील उसका
ज़िन्दगी का ये हूनर भी आज़माना चाहिए
जंग अगर अपनो से हो तो हार जाना चाहिए
ना देख ऐसी निगाहों से मुझको अय ज़ालिम
वरना तेरा नाम भी आएगा मेरे नाम के बाद
फिर वफायें भी करोगे तो कोई ना पूछेगा
ये सारे सितम मेरे मर जाने तक ही हैं बस