प्यार इश्क और मोहब्बत... . . . . . . . . . . . . . सब दारू के भाव बढाने के तरीके हैं।

फेसबुक पर अप्डेट करने की हद: सुहागरात है घूँघट उठा रहा हूँ मैं!

जिस तकनीक से पानी चला जाता है; ऐसी तकनीक को हम जा पानी कहते हैं।

भारत की आधी जनता भूखी है; और बाकी की आधी जनता बुकी (सट्टेबाज) है।

बचपन से मुझे अच्छा बनने का शौंक था। साला...बचपन खत्म... शौंक भी खत्म!

दुनिया की सारी खुशियां एक तरफ और... . . . . . . . फ़ोन की 100% बैटरी की ख़ुशी एक तरफ।

बाल सफेद करने मे जिंदगी निकल जाती है काले तो आधे घंटे में हो जाते है!

वो बचपन था जब शामें हुआ करती थी; अब तो सुबह के बाद सीधे रात ही होती है।

ज्ञान: बिना मतलब की लड़ाई और इंजीनियरिंग की पढाई सबके बस की बात नहीं।

ज़िंदगी में जिस दिन भी कुछ करना हो तो... . . . . . . . . शुरुआत पॉटी से ही करनी पड़ती है।

दुनिया से मिलने मे सब मस्त है और खुद से मिलने की सारी लाइने व्यस्त हैं।

महँगी से महँगी घड़ी पहन कर देख ली वक़्त फिर भी मेरे हिसाब से कभी ना चला।

आज एक ट्रक के पीछे लिखा बेहद सुंदर वाक्य पढ़ा सावधानी हटी.... खीर पूरी बटीं

पप्पू: भैया कैलकुलेटर दिखाओ! दूकानदार: कैसिओ ! पप्पू: मैं ठीक हूँ आप सुनाओ!

बदलती हुई दुनियां का ऐसा असर होने लगा आदमी पागल और फ़ोन स्मार्ट होने लगा।