हर एक इंसान हवा में उड़ता फिरता है फिर भी ना जाने ज़मीन पर इतनी भीड़ क्यों है।

आदमी ही आदमी का रास्ता काट रहा है; बिल्लियाँ तो बेचारी बेरोज़गार बैठी हैं।

एक शहंशाह ने बनवा के हसीन ताजमहल... हम ग़रीबों की मोहब्बत का उड़ाया है मज़ाक!

पग - पग में हो फूलों का सामना न हो कभी काँटों का सामना! नव वर्ष की शुभकामनायें!

हम भारतियों को समय की कीमत हमेशा ट्रैफिक जाम और लाल बत्ती पर ही पता चलती है।

मंदिर में पुरुष ही पुजारी क्यों होते हैं? . .. ... तांकि लोग भगवान पर ध्यान दे सकें!

शराब और मेरा ब्रेक-अप सैंकड़ों बार हो चुका है। हर बार कमबख्त मुझे मना लेती है।

ज़िन्दगी में कोई पार्टनर होना चाहिए नहीं तो मन की बात रेडियो पर करनी पड़ती है।

आदमी: बताओ ऐसा क्या करें कि साप भी मर जाये और लाठी भी न टूटे? पठान: जूते से मार दो!

काम करो या न करो लेकिन काम की फिक्र जरुर करो; और फिक्र करो न करो जिक्र जरुर करो।

समय की कीमत पेपर से पूछो जो सुबह चाय के साथ होता है वही रात को रद्दी हो जाता है।

आज का ज्ञान: मनचाहा मीत और जनरल डिब्बे में सीट सिर्फ किस्मत वालों को मिलती है।

जो शख्श ईद के बाद अपने दोस्तों को ट्रीट देता है; उस को चाँद जैसी दुल्हन मिलती है।

बकरी: आई लव यू। बकरा: अब क्या फायदा? बकरी: लेकिन क्यों? बकरा: आगे बड़ी ईद आने वाली है।

इतनी Selfie खींचने के बाद आज ध्यान से देखा साला दाहिना हाथ बायें हाथ से लंबा हो गया है।