शरीफ थे इतने कि कभी कमीज के बटन तक नहीं खोले
मगर ये बिजली बोर्ड वालों ने तो सनी लियोन बना दिया

हम उनसे तो लड़ सकते हैं जो खुले आम दुश्मनी रखते हैं
पर उनका क्या करें जो साथ रहकर वार करते हैं

वक्त का तकाजा हर फर्ज़ को मजबूर करता है
वरना कौन पिता अपनी चाँद सी बेटी को अपने से दूर करता है

देखी जो नब्ज मेरी हँस कर बोला वो हकीम
जा जमा ले महफिल दोस्तों के साथ तेरे हर मर्ज की दवा वही है

हम तो बातो-बातो में दिल की बात कह
जाते हैं... और कई
लोग... गीता पर हाथ रख कर भी, सच नहीं
कह पाते है..!!

देखी जो नब्ज मेरी हँस कर बोला वो हकीम
जा जमा ले महफिल दोस्तों के साथ तेरे हर मर्ज की दवा वही है

मुझे रुला कर सोना तो तेरी आदत बन गई है
जिस दिन मेरी आँख ना खुली बेशक तुझे नींद से नफरत हो जायगी

सुबह सुबह कोई बहोत ही प्यार से आपको मॉर्निंग Wish करे
तो यकिनन मॉर्निंग ख़ूबसूरत हो ही जाती हैं

तुम्हे उल्फ़त नही मुझसे मुझे फुर्सत नही तुम से
अजीब शिकवा सा रहता है तुम्हे मुझसे मुझे तुम से

आंसु निकल पड़े ख्वाब मैं तुझे दुर जाता देख कर,
ऑख खुली तो एहसास हुआ इश्क सोते हुए भी रूलाता है..!!

आज जिस्म मे जान है तो देखते नही हैं लोग...
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जब "रूह" निकल जाएगी तो कफन हटा-हटा कर देखेंगे लोग.......

इतना जलाने के बाद भी वो ज़ालिम धुआं ढूंढते हे
निकलते हे आंसू कहाँ से इतने पूछकर कुआं ढूंढते हे

सोचते‬ हैं जान‬ अपनी उसे‬ मुफ्त ‎ही‬ दे दें‬
इतने‬ मासूम ‪से‬ खरीदार‬ से ‎क्या‬ लेना ‪देना‬

जिसको गलत तस्वीर दिखाई उसको ही बस खुश रख पाया
जिसके सामने आईना रक्खा हर शख्स वो मुझसे रूठ गया

परेशानी में कोई सलाह मांगे तो सलाह के साथ अपना साथ भी देना
क्योकि सलाह गलत हो सकती है साथ नहीं