यूँ तो नहीं कि हमारी जरूरतों में शामिल तुम नहीं अब
बस अधूरापन ही रास आने लगा अब
यूँ तो नहीं कि हमारी जरूरतों में शामिल तुम नहीं अब
बस अधूरापन ही रास आने लगा अब
हमारा हक तो नही है फिर भी ये तुमसे कहते है
हमारी जिँदगी ले लो मगर उदास मत रहा करो
दिल खोल कर इन लम्हों को जी लो यारों,
जिंदगी अपना इतिहास फिर नहीं दोहरायेगी!
नजर झुका के बात कर पगली जीतने तेरे पास कपडे नही होगे
उतने तो मे रोज लफडे करता हुं
ठोकरें खाकर भी ना संभले तो मुसाफिर का नसीब
राह के पत्थर तो अपना फ़र्ज़ अदा करते हैं
जिन्दगी में दो चीजें कभी मत कीजिए
झूठे आदमी के साथ प्रेम और सच्चे आदमी के साथ गेम
यूँ ना खींच मुझे अपनी तरफ बेबस कर के
ऐसा ना हो के खुद से भी बिछड़ जाऊं और तू भी ना मिले
मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर..
हम वह हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते हैं…
सोचता हूँ कभी तेरे दिल में उतर के देख लूं
कौन है तेरे दिल में जो मुझे बसने नहीं देता
रोज स्टेटस बदलने से जिंन्दगी नहीं बदलती
जिंदगी को बदलने के लिये एक स्टेटस काफी है
मौत को तो लोग यूहीं बदनाम करते है ।
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तकलीफ तो सुबह सुबह ठंडा पानी देता है ।
मत पूछ कितनी मोहब्बत है मुझे उस से
बारिश की बूँद भी अगर उसे छु ले तो दिल मैं आग लग जाती है
झुठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फड़ाते हैं
तरक्की के बाज़ की उडान में कभी आवाज़ नहीं होती
मोहब्बत यूँ ही किसी से हुआ नहीं करती....,
अपना वजूद भूलाना पडता है,
किसी को अपना बनाने के लिए...।
देखी जो नब्ज मेरी हँस कर बोला वो हकीम
जा जमा ले महफिल दोस्तों के साथ तेरे हर मर्ज की दवा वही है