छोड़ दिया सबको बिना वजह तंग करना
जब कोई अपना समझता ही नही
तो उस को अपनी याद दिला कर क्या करना
छोड़ दिया सबको बिना वजह तंग करना
जब कोई अपना समझता ही नही
तो उस को अपनी याद दिला कर क्या करना
हमारी चर्चा छोडो, दोस्तों
हम ऐसे लोग है
जिन्हें नफरत कुछ नहीं कहती
और मोहब्बत मार डालती है.
ऐ सनम एक तेरी याद है जो लिपटी हुई है मुझसे
वरना मुरझाने के बाद तो फूलो से भी खुशबू जुदा हो जाती है
मोहब्बत के हर रास्ते में दर्द ही दर्द मिलेगा
मैं सोच रहा हु उस रास्ते पर मेडिकल खोल लू मस्त चलेगा
क्या मंदिर क्या मस्जिद क्या गंगा की धार करे..
वो घर ही मंदिर जैसा है जिसमे औलाद माँ बाप का सत्कार करे
अच्छा करते हैं वो लोग जो मोहब्बत का इज़हार नहीं करते
ख़ामोशी से मर जाते हैं मगर किसी को बदनाम नहीं करते
यादों की एक बात अच्छी होती है फिर वो खुशी की हो या तकलीफ़ की
हमेशा साथ होती है औरों की तरह तन्हा तो नहीं छोड़ती
हम वो हैं जो आँखों में आँखें डाल के सच जान लेते हैं
तुझसे मुहब्बत है बस
इसलिये तेरे झूठ भी सच मान लेते हैं...!
मौहब्बत मुझे थी उनसे इतनी सनम यादों में दिल तड़पता रहा
मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी कब्र में भी दिल धड़कता रहा
कह देना तेरी गली मे रहने वालो से कि अपनी औकात मे रहै
वरना जिस दिन ये कमीना बिगडा ना तो शहर भी अपना और तू भी अपनी
कभी पसंद न आये साथ मेरा तो बता देना ए दोस्त
हम दिल पर पत्थर रख के तुम्हे गोली मार देंगे
बड़े आये नापसंद करने वाले
रातें गुमनाम होती है दिन किसिके नाम होता है
हम ज़िंदगी कुछ इस तरह जीते है
की हर लम्हा सिर्फ़ दोस्तों के ही नाम होता है
किसी को ठेस पहुँचाना किसी समुद्र में पत्थर फेंकने के बराबर है
पर क्या हम ये सोचते हैं कि वो पत्थर उसके मन की कितनी गहराई तक गया
तेरे प्यार का सिला हर हाल मे देंगे खुदा भी माँगे ये दिल तो टाल देंगे
अगर दिल ने कहा तुम बेवफा हो तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे
लड़के की जमकर पिटाई करने के बाद
लोगो ने लडकी और उसकी स्कूटी को
उठा कर पूछा....
कहीं चोट तो नहीं लगी..?
लडकी- नहीं! रोज का काम है
स्कुटी सीख रही हूं।