आँखों से आंसू न निकले तो दर्द बड जाता है
उसके साथ बिताया हुआ हर पल याद आता है
शायद वो हमें अभी तक भूल गए होंगे
मगर अभी भी उसका चेहरा सपनो में नज़र आता है

नल बंद करने से नल बंद होता है पानी नहीं
घड़ी बंद करने से घड़ी बंद होती है समय नहीं

दीपक बुझाने से दीपक बुझाता है रौशनी नहीं
झूट छुपाने से झूट छुपता है सच नहीं
प्रेम करने से प्रेम मिलता है नफरत नहीं
दान करने से अमीरी मिलती है गरीबी नहीं
=RPS

किसी शायर ने मौत को क्या खुब कहा है
जिंदगी मे २ मिनट कोई मेरे पास ना बैठा आज सब मेरे पास बैठे जा रहे थे
कोई तौफा ना मिला आज तक और आज फुल-हि-फुल दिये जा रहे थे
तरस गये थे हम किसी एक हाथ के लिये और आज कंधे पे कंधे दिये जा रहे थे
दो कदम साथ चलने को तैयार न था कोई और आज काफिला बन साथ चले जा रहे थे
आज पता चला मुझे कि मौत कितनी हसिन होती है
कम्बख्त हम तो युहि जिंदगी जिये जा रहे थे

सुन्दर कविता जिसके अर्थ काफी गहरे हैं.
मैंने हर रोज जमाने को रंग बदलते देखा है
उम्र के साथ जिंदगी को ढंग बदलते देखा है .. !!
वो जो चलते थे तो शेर के चलने का होता था गुमान
उनको भी पाँव उठाने के लिए सहारे को तरसते देखा है !!
जिनकी नजरों की चमक देख सहम जाते थे लोग
उन्ही नजरों को बरसात की तरह रोते देखा है .. !!
जिनके हाथों के जरा से इशारे से टूट जाते थे पत्थर ..
उन्ही हाथों को पत्तों की तरह थर थर काँपते देखा है !!
जिनकी आवाज़ से कभी बिजली के कड़कने का होता था भरम
उनके होठों पर भी जबरन चुप्पी का ताला लगा देखा है !!
ये जवानी ये ताकत ये दौलत सब कुदरत की इनायत है
इनके रहते हुए भी इंसान को बेजान हुआ देखा है !!
अपने आज पर इतना ना इतराना मेरे यारों
वक्त की धारा में अच्छे अच्छों को मजबूर हुआ देखा है!!!
कर सको तो किसी को खुश करो दुःख देते तो हजारों को देखा है
=RPS

तेरी मेरी ‪‎कहानी‬, जेसे बारिशो‬ का ‪पानी‬..

NIKE के पजामे और छोरियाँ के डरामें
सालो साल चलते है

भूल गये हो चाहने वालो या
यादे भी महंगी कर दी सरकार ने

जलने लगा है जमाना सारा
क्योंकी चलने लगा है नाम हमारा

वो मुजे नफ़रत करें या प्यार करें
मैं तो एक दीवाना हूँ

सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो,
मुझे भीअपनी जिद्द बनालो.!!

जब भी चाहा सिर्फ तुम्हे चाहा
पर कभी तुम से कुछ नही चाहा

दुनिया में सब चीज मिल जाती है
केवल अपनी गलती नहीं मिलती

बीवी भी हक़ जताती है माँ भी
शादी क्या हुई हम तो कश्मीर हो गए

लड़ाई दिल और दिमाग की थी
कम्बख्त लीवर को नुक्सान उठाना पड़ा

खुद को अच्छा बना लीजिये
दुनिया से एक बुरा इंसान कम हो जाएगा