करीब इतना रहो कि रिश्तों में प्यार रहे; दूर भी इतना रहो कि आने का इंतज़ार रहे; रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियान इतनी; कि टूट जायें उम्मीद मगर रिश्तें बरकरार रहें।

तेरी ख़ुशी से ही नहीं गम से भी रिश्ता है हमारा; तू जिंदगी का एक अहम हिस्सा है मेरा; ये प्यार का रिश्ता तुमसे सिर्फ लफ़्ज़ों का नहीं; तेरे दिल से दिल का रिश्ता है हमारा।

ज़िंदगी नहीं हमें ये रिश्ता है प्यारा; रिश्तों के प्यार से ही खिलता है दिल हमारा; आँखों में हमारी आँसू है तो क्या गम है; इस बात की ख़ुशी है कि मुस्कुरा रहा है कोई जान से प्यारा।

फूल इसलिए अच्छे कि खुश्बू का पैगाम देते हैं; कांटे इसलिए अच्छे कि दामन थाम लेते हैं; दोस्त इसलिए अच्छे कि वो मुझ पर जान देते हैं; और दुश्मनों को कैसे ख़राब कह दूँ वो ही तो हैं; जो हर महफ़िल में मेरा नाम लेते हैं।