रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलू हैं; कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं; और कभी रास्ते पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं।

ज़िंदगी में आप कितने खुश हैं यह महत्वपूर्ण नहीं है; बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि आपके कारण कितने लोग खुश हैं।

किसी को पलकों में ना बसाओ; क्योंकि पलकों में सिर्फ सपने बसते हैं! अगर बसाना है तो दिल में बसाओ; क्योंकि दिल में सिर्फ अपने बसते हैं!

रिश्ते काँच की तरह होते हैं; टूट जाएं तो चुभते हैं; इन्हे संभालकर हथेली पर सजाना; क्योंकि इन्हें टूटने मे एक पल; और बनाने मे बरसो लग जाते हैँ।

रिश्तों की ही दुनिया में अक्सर ऐसा होता है; दिल से इन्हें निभाने वाला ही अक्सर रोता है; झुकना पड़े तो झुक जाना अपनों के लिए; क्योंकि हर रिश्ता एक नाज़ुक समझौता होता है।

मशहूर होना लेकिन कभी मगरूर मत होना; छू लो कदम कामयाबी के लेकिन अपनों से कभी दूर मत होना; ज़िन्दगी में खूब मिल जाएगी दौलत और शौहरत मगर; अपने ही आखिर अपने होते हैं यह बात कभी भूल ना जाना।

किसी भी रिश्ते को तोड़ने से पहले एक बार अपने आप से पूछ जरुर लीजिएगा कि आज तक उस रिश्ते को निभा क्यों रहे थे।

कुछ गहरे रिश्ते भी अजीब होते हैं; सब अपने-अपने नसीब होते हैं; रहते हैं जो निगाहों से दूर; वही दिल के करीब होते हैं।

रिश्ते वो होते हैं जिसमे शब्द कम और समझ ज्यादा हो; जिसमे तकरार कम और प्यार ज्यादा हो; जिसमे आशा कम और विश्वास ज्यादा हो।

रिश्ते खून के नहीं होते; रिश्ते एहसास के होते हैं; अगर एहसास हो तो अजनबी भी अपने; अगर एहसास न हो तो अपने भी अजनबी होते हैं।

एक दिन किसी ने पूछा कोई अपना तुझे छोड़ कर चला जाये तो क्या करोगे? किसी ने कहा अपने कभी छोड़ कर नहीं जाते और जो जाते हैं वो अपने नहीं होते।

लगे न नज़र इस रिश्ते को ज़माने की; पड़े न ज़रुरत कभी एक-दूजे को मनाने की; छोड़ना न कभी आप हमारा ये साथ; तमन्ना हमारी भी है इसे मौत तक निभाने की।

लोग तो अपना बना कर छोड़ देते हैं; कितनी आसानी से गैरों से रिश्ता जोड़ लेते हैं; हम एक फूल तक ना तोड़ सके कभी; कुछ लोग बेरहमी से दिल तोड़ देते हैं!

छोटी सी बात पे लोग रूठ जाते हैं; हाथ उनसे अनजाने में छूट जाते हैं; कहते हैं बड़ा नाज़ुक है अपनेपन का यह रिश्ता; इसमें हँसते-हँसते भी दिल टूट जाते हैं।

साथ नहीं रहने से रिश्ते नहीं टूटा करते; वक़्त की धुंध से रिश्ते नहीं छूटा करते; लोग कहते हैं कि मेरा सपना टूट गया; टूटती है नींद कभी सपने नहीं टूटा करते!