प्यार करने वालो की किस्मत ख़राब होती हैं हर वक़्त इन्तहा की घड़ी साथ होती हैं
वक़्त मिले तो रिश्तो की किताब खोल के देखना दोस्ती हर रिश्तो से लाजवाब होती हैं

देख कर उसको अक्सर हमे एहसास होता है
कभी कभी गम देने वाला भी बहुत ख़ास होता है
ये और बात है वो हर पल नही होता हमारे पास
मगर उसका दिया गम अक्सर हमारे पास होता है

किसने इस दोस्ती को बनाया
कहा से ये दोस्ती शव्द आया
दोस्ती का सबसे ज्यादा फायदा तो हमने उठाया
क्यों की दुनिया का सबसे प्यारा दोस्त तो हमारे हिस्से में आया

बिखरे हुए दिल ने भी उसके लिए फरियाद मांगी; मेरी साँसों ने भी हर पल उसकी ख़ुशी मांगी; जाने क्या मोहब्बत थी उस बेवफ़ा में; कि मैंने आखिरी फरियाद में भी उनकी वफ़ा मांगी।

कोई रूठा हुआ शख्स आज बहुत
याद आया.....
><
एक- गुजरा हुआ वक्त आज बहुत
याद आया.....
><
छुपा लेता था जो मेरे दर्द को सीने
मे अपने.....
><
आज- फिर दर्द हुआ तो वह बहुत
याद आया.....

प्यार किया था तो प्यार का अंजाम कहाँ मालूम था! वफ़ा के बदले मिलेगी बेवफाई कहाँ मालूम था! सोचा था तैर के पार कर लेंगे प्यार के दरिया को! पर बीच दरिया मिल जायेगा भंवर कहाँ मालूम था!

पलकों में आँसु और दिल में दर्द सोया है
हँसने वालो को क्या पता रोने वाला किस कदर रोया है
ये तो बस वही जान सकता है मेरी तनहाई का आलम
जिसने जिन्दगी में किसी को पाने से पहले खोया है

शायरी नहीं आती मुझे बस हाले दिल सुना रही हूँ; बेवफ़ाई का इलज़ाम है मुझपर फिर भी गुनगुना रही हूँ; क़त्ल करने वाले ने कातिल भी हमें ही बना दिया; खफ़ा नहीं उससे फिर भी मैं बस उसका दामन बचा रही हूँ।

दर्द आखों में झलक जाता है पर ओंठों पे नहीं आता है
है य़े मजबूरी मेरे इश्क की जो मिलता है खो जाता है
उसे भुलने का जज्बा तो हर रोज दिल में आता है
पर कैसे उसे भुला दे दिल हर जर्रे में जिसको पाता है
Nice Post Written By:- Dev Nishchal

हर इन्शान को भगवान् ने जिंदगी की
ट्रेन का कंफर्म टिकट के साथ रिटर्न
टिकट भी दिया था जिसे आप न
भूले..... और जीवन की यात्रा को
सौहार्दपूर्ण बनाये - जिससे आपका
संस्मरण एक यादगार बन जाए - न की
कष्टदायी...!

ऐ बारिश मेरे अपनो को
यह पैगाम देना
खुशियों का दिन
हँसी की शाम देना,
जब कोई पढे प्यार से
मेरे इस पैगाम को,
तो उन को चेहरे पर
प्यारी सी मुस्कान देना..
पहली बारिश की बधाई हो दोस्तों 🎉🎉 ☔⚡⭐☀☁🌈🌀☔

बिछड़ के तुम से ज़िंदगी सज़ा लगती है यह साँस भी जैसे मुझ से ख़फ़ा लगती है
तड़प उठता हूँ दर्द के मारे ज़ख्मों को जब तेरे शहर की हवा लगती है
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किस से करूँ मुझ को तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफ़ा लगती है

उस ‪#‎इंसान‬ पर भरोसा करें जो आपके अंदर तीन बातें जान सके. . .
1- आपकी मुस्कुराहट के पीछे छिपा दुःख।
2- आपके गुस्से के पीछे छिपा प्यार।
3- आपके चुप रहने के पीछे का कारण।
"जो आपकी खामोशी से
आपकी तकलीफ का अंदाजा ना
कर सके,
उसके सामने जुबान से तकलीफ
बयान करना लफ्जों को जाया करना है।"