मन में आपके हर बात रहेगी; बस्ती छोटी है मगर आबाद रहेगी; चाहे हम भुला दे ज़माने को; मगर आपकी यह प्यारी सी दोस्ती हमेशा याद रहेगी!

यह सफ़र दोस्ती का कभी ख़त्म न होगा! दोस्तों से प्यार कभी कम न होगा! दूर रहकर भी जब रहेगी महक इसकी! हमें कभी बिछड़ने का ग़म न होगा!

बहुत खूबसुरत है यह साथ तुम्हारा; बना दीजिये इससे किस्मत हमारी; उसे और क्या चाहिए दुनिया में; जिसे मिल गयी हो दोस्ती तुम्हारी!

भगवान ने पूछा क्या चाहिए? मैंने कहा: कामयाबी ख़ुशी और लंबी उम्र। अंदर से फिर आवाज़ आई किसके लिए? मैंने कहा: जो sms पढ़ रहा है उसके लिए।

आपकी दोस्ती हमारे सुरों का साज़ है; आप जैसे दोस्त पर हमें नाज़ है; चाहे कुछ हो जाये जिंदगी में; दोस्ती वैसी ही रहेगी जैसे आज है।

आपकी दोस्ती हमारे सुरों का साज़ है; आप जैसे दोस्त पर हमें नाज़ है; चाहे कुछ हो जाये जिंदगी में; दोस्ती वैसी ही रहेगी जैसे आज है।

दोस्तों की कमी को पहचानते हैं हम; दुनिया के ग़मों को भी हैं जानते हम; आप जैसे दोस्तों के ही सहारे; आज भी हंसकर जीना जानते हैं हम।

दोस्त साथ में हो तो रोने में भी शान है; दोस्त ना हो तो महफ़िल भी श्मशान है; सारा खेल दोस्ती का है; वरना जनाजा और बारात एक समान हैं।

खवाइश दिल से जताई नहीं जाती; दोस्तों की याद यूँ ही भुलाई नही जाती; चलो हम ही एस एम एस कर देते है; दोस्तों से तो तकलीफ उठाई नही जाती!

तेरी दोस्ती हम इस तरह निभाएँगे; तुम रोज़ खफा होना हम रोज़ मनाएँगे; पर मान जाना मनाने से; वरना ये भीगी पलकें लेकर हम कहाँ जाएँगे।

अपनी तक़दीर में तो कुछ ऐसे ही सिलसिले लिखे हैं; किसी ने वक़्त गुज़ारने के लिए दोस्ती कर ली; तो किसी ने दोस्ती कर के वक़्त गुज़ार लिया।

ज़िंदगी ऐसी है जितना जियो उतना कम है; ग़म एक ऐसी चीज़ है; जिसमें जितना डूबो उतना कम है; दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है जितना समझो उतना कम है।

उमीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे! राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे! महक कम न हो कभी अपनी दोस्ती की! दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे!

हक़ीकत मोहब्बत की जुदाई होती है; कभी-कभी प्यार में बेवफाई होती है; हमारे तरफ हाथ बढ़ाकर तो देखो; दोस्ती में कितनी सच्चाई होती है!

सबसे अच्छा दोस्त और महज़ दोस्त के बीच का अंतर: जब आप अस्पताल में होते हैं। महज दोस्त तबीयत कैसी है? सबसे अच्छा दोस्त नर्स कैसी है?