लोग रूप देखते हैं हम दिल देखते हैं; लोग सपना देखते हैं हम हक़ीकत देखते हैं; लोग दुनियां देखते हैं; और हम दोस्त में अपनी दुनियां देखते हैं।

आपकी दुआओं से हमें वो सहारा मिला; जो मिल न सका वो किनारा मिला; किन लफ्जों में हम बयाँ करें; जाने इतनी भीड़ में मुझे दोस्त इतना प्यार मिला।

खामोशियों की भी धीमी सी आवाज़ है; तन्हाईयों में भी एक गहरा राज़ है; मिलते नही हैं सबको अच्छे दोस्त यहाँ; आप जो मिले हो हमें खुद पर नाज़ है।

कुछ फांसले सिर्फ आँखों से होते हैं; दिल के फांसले तो बातों में होते हैं; हम लाख कोशिश करें भुलाने की; पर कुछ दोस्त सांसों में बसे होते हैं।

महक दोस्ती की इश्क़ से कम नहीं होती; इश्क़ पर ज़िंदगी खत्म नहीं होती; साथ अगर हो ज़िंदगी में अच्छे दोस्तों का; तो ज़िंदगी ज़न्नत से कम नहीं होती।

दोस्ती होती नहीं भूल जाने के लिए; दोस्त मिलते नहीं बिखर जाने के लिए; दोस्ती करके खुश रहोगे इतना; की वक़्त ही नहीं मिलेगा आंसू बहाने के लिए!

तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ; अपने दोस्त को क्या उपहार दूँ; कोई अच्छा सा फूल होता तो माली से मंगवाता; जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दूँ।

यहाँ कौन रोता है किसी के लिए सब अपनी ही किसी बात पर रोते हैं; इस दुनिया में मिलता है सच्चा साथी मुश्किल से बाक़ी सब तो मतलब के यार होते हैं।

आंसू बहें तो एहसास होता है; दोस्ती के बिना जीवन कितना उदास होता है; उम्र हो आपकी चाँद जितनी लंबी; आप जैसा दोस्त कहाँ हर किसी के पास होता है।

सादगी में एक अदा इतनी प्यारी लगी; आपकी दोस्ती हमको सबसे निराली लगी; ये ना टूटे कभी यही दुआ है; क्योंकि यही इस दुनिया में यही हमको हमारी लगी!

एहसास-ए-आरज़ू को दिल से मिटा न सकोगे; भूलना चाहो हमें भुला न सकोगे; ये चिराग़-ए-दोस्ती दिल से जलाया हैं हमनें; जल जाओगे मगर इसे बुझा ना सकोगे!

दोस्ती का रिश्ता पुराना नहीं होता; इससे बड़ा ख़जाना नहीं होता; दोस्ती तो प्यार से भी पवित्र है; क्योंकि इसमें कोई पागल या दीवाना नहीं होता।

तेरी दोस्ती तेरी वफा ही काफी है; तमाम उम्र ये आसरा ही काफी है; जहाँ कहीं भी मिलो मिल के मुस्कुरा देना; मेरे जीने के लिए तेरी यह अदा ही काफी है!

चाहत किसी की गुलाम नहीं होती,
मोहब्बत कभी सरे-आम नहीं होती,
कैसे भूल जाए आपकी यादों को,
क्योकि हमारी दोस्ती की सरवर कभी जाम नहीं होती.

दिल तोड़ना सजा है मुहब्बत की! दिल जोड़ना अदा है दोस्ती की! मांगे जो कुर्बानियां वो है मुहब्बत! और जो बिन मांगे कुर्बान हो जाये वो है दोस्ती!