एक तेरी ना से तंग आकर इस्तीफ़ा देने चला है दिल​​;​कोई इसे समझाये ​कि प्यार में यूँ केजरीवाल​-​केजरीवाल नही खेलते​। ​​

मजबूर मोहब्बत जता न सके ज़ख्म खाते रहे किसी को बता न सके
चाहतों की हद तक चाहा उसे सिर्फ अपना दिल निकाल कर उसे दिखा न सके

मजबूर मोहब्बत जता न सके ज़ख्म खाते रहे किसी को बता न सके
चाहतों की हद तक चाहा उसे सिर्फ अपना दिल निकाल कर उसे दिखा न सके

आँखों मे आ जाते है आँसू फिर भी लबो पे हसी रखनी पड़ती है
ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो जिस से करते है उसीसे छुपानी पड़

ना सोचा था जिनके लिए हम मर मिटे एक दिन वही हमसे दूर हो जाएँगे
जीने की तमन्ना तो हम भी रखते थे अब तेरे बिना कैसे जी पाएगे

माँ-बाप का दिल दु:खाकर आजतक कोई सुखी नही हुआ
कदर करनी है तो जीते जी करो जनाजा उठाते वक़्त तो नफरत करने वाले भी रो पड़ते है

बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो धूप आये तो सरसों पीली न हो
ए दोस्त तूने यह कैसे सोच लिया कि तेरी याद आये और पलकें गीली न हों

कोई गुजराती बचा लाया;कोई बिहारी बचा लाया;कोई तेलुगुओं के लिए हाहाकार करने लगा;इसी गहमा-गहमी में हिन्दुस्तानी बह गया।

ऐसी बेवफ़ाई की उसने की
मोहब्बत भी बदनाम हो गयी
अपनी मोहब्बत की इतनी कीमत वसूल ली उसने के
हमारी अरथी भी नीलम हो गयी

जिस चेहरे को देख कर हसते थे हम.... आज उसी ने
रुला दिया.. खुद ने तो फोन किया नहीँ... हमने
किया तो . . . . . कौलर ट्युन "तुझे भुला दिया"

रातें गुमनाम होती है दिन किसि के नाम होता है
हम ज़िंदगी कुछ इस तरह जीते है की हर लम्हा सिर्फ़ दोस्तों के ही नाम होता है

मत पूछो मेरे दिल का हाल आपके दिल भी बिखर जाएँगे
इस लिए नही सुनाते अपने दिल का दर्द किसी को ये सुनके तो तन्हाई के भी आँसू

क्या बात करे इस दुनिया की हर शख्स के अपने अफसाने है
जो सामने हे उसे लोग बुरा कहते है जिसको देखा नहीं उसे सब खुदा कहते है

सारी उम्र पूजते रहे लोग अपने हाथ से बने उस पत्थर के खुदा को,
हमने खुदा के हाथ से बने हुए एक को चाहा तो हम गुनहगार हो गए.
Er kasz

हमारे लिए अपने हार्ट में जगह रखिये माइंड में नहीं
हमें माइंड में रखना खतरनाक हो सकता है क्यूंकि हम माइंड ब्लोइंग हैं