जो तू चाहे वो तेरा हो रोशन रातें और खूबसूरत सवेरा हो
जारी रहें हमारी दोस्ती का सिलसिला कामयाब हर मंजिल पर दोस्त मेरा हो

जो हो गया उसे सोचा नहीं करते; जो मिल गया उसे खोया नहीं करते; हांसिल उन्हें होती हैं सफलता; जो वक़्त और हालत पर रोया नहीं करते।

अपनो को दूर होते देखा सपनो को चूर होते देखा
अरे लोग कहते हे फ़िज़ूल कभी रोते नही हमने फूलोँ को भी तन्हाइयोँ मे रोते देखा

दर्द कितना खुशनसीब है जिसे पा कर लोग अपनों को याद करते हैं
दौलत कितनी बदनसीब है जिसे पा कर लोग अक्सर अपनों को भूल जाते है

अपनी आँखों को बनकर ये ज़ुबान,
कितने अफ़साने सुना लेते है,
जिनको जीना है मोहब्बत के लिए,
अपनी हस्ती को मिटा लेते है ..!
Er kasz

तमन्ना ए इश्क़ तो हम भी रखते है
किसी के दिल में हम भी धड़कते हैं
ना जाने हमें वो कब मिलेंगे
जिस के लिए हम रोज़ तड़पते है.

कौन कहता है कि सिर्फ मोहब्बत में ही
दर्द होता है, कमबख्त....
पेन्ट की चेन मे पपुडी आ जाये
तो भी जान निकल जाती है....
😂😂😝😝😜

बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो
धूप आये तो सरसों पीली न हो
ए दोस्त तूने यह कैसे सोच लिया कि
तेरी याद आये और पलकें गीली न हों

आज हम उनको बेवफा बताकर आए है उनके खतो को पानी में बहाकर आए है
कोई निकाल न ले उन्हें पानी से इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए है

यूं मेरी मजबूरियो को मेरी बदकिस्मती मत समझना
क्योंकि हम उन राहो से भी गुजरे है जहां किस्मत तो क्या साया भी साथ नहीं देता

सड़क पर बारात चल रही हो और सामने से बस आ जाये तो
बारात में से 15 लोग तुरुन्त ट्रैफिक पुलिस के हवलदार की भूमिका में आ जाते हैं

दर्द कितने हैं बता नहीं सकता
जख्म कितने है दिखा नहीं सकता
आँखों से समझ सको तो समझ लो
आँसु गिरे है कितने गिना नहीं सकता

अजीब था उनका अलविदा कहना सुना कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं
बर्बाद हुवे उनकी मोहब्बत में की लुटा कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीँ

आप हमें रुलादो हमें गम नहीं
आप हमें भुलादो हमें कोई गम नहीं
जिस दिन हमने आप को भुला दिया
समझ लेना इस दुनीया में हम नहीं

आँखों मे आ जाते है आँसू फिर भी लबो पे हसी रखनी पड़ती है
ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है यारो जिस से करते है उसीसे छुपानी पड़ती है