किसी के भी पीछे इतना न भागो
की अपनी ही चाल का अंदाजा न हो ...!!!! !

हमको खरीदने की कोशिश मत करना ‪‎हूँकम

हम उन पुरको के वारिस है जिन्होने ‪मुजरे‬ मे हवेलिया दान कर दी थी|

शोख नहीं है मुझे फ़ोटो खिंचाने का, पर क्या करू, मेरी रानी को मेरा फ़ोटो देखे बिना नींद नहीं आती....

कटी पतंग का रूख़ तो था मेरे घर की तरफ
मगर उसे भी लूट लिया ऊंचे मकान वालों ने

वो बोलते है झूठ इतने प्यार से
मन करता है यकीं कर जाऊं उनकी हर बात पर

फलदार पेड़ और गुणवान व्यक्ति ही झुकते है
सुखा पेड़ और मुर्ख व्यक्ति कभी नहीं झुकते
कदर किरदार की होती है वरना
कद में तो साया भी इंसान से बड़ा होता है..

मुद्दतो बाद उस लापरवाह ने, हाल पूछ के बेहाल कर दिया..

" बुलबुल के परो में बाज़ नहीं होते,
कमजोर और बुजदिलो के हाथो में राज नहीं होते ,
जिन्हें पड़ जाती है झुक कर चलने की आदत ,
उन सिरों पर कभी ताज नहीं होते। "

मिट्टी के खिलौने भी सस्ते न थे मेले में
घर आके बहुत रोए माँ बाप अकेले में

छोडो न यार क्या रखा है सुनने और सुनाने मे
किसी ने कसर नहीँ छोडी दिल दुखाने मेँ

बड़े अनमोल हे ये खून के रिश्ते इनको तू बेकार न कर
मेरा हिस्सा भी तू ले ले मेरे भाई घर के आँगन में दीवार ना कर

भूख रिश्तों को भी लगती है
प्यार कभी परोस कर तो देखिय

कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने
मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये

दुनियादारी की चादर ओढ़ रखी है
इसलिए चुप हॅु लेकिन जिस दिन दिमाग का पारा गर्म हुआ
इतिहास तो इतिहास भूगोल भी बदल के रख दूँगा

हो रही है साजिश मेरी बर्बादी की
कर रहे बुजुर्ग बातें मेरी शादी की