मोहब्बत नहीं है नाम सिर्फ़ पा लेने
का,,,
बिछड़ कर भी अक्सर दिल
धड़कता है साथ -साथ !!"

शायरी से ज्यादा प्यार मुझे कहीं नही मिला..
ये सिर्फ वही बोलती है, जो मेरा दिल कहता है…

एक दूसरे से बिछड़ के हम कितने रंगीले हो गये,
मेरी आँखें लाल गो गई और तेरे हाथ पीले हो गए...!!💞

मैं क्यों कहूँ उससे की मुझसे बात करो
क्या उसे नहीं मालूम की उसके बिना मेरा दिल नहीं लगता

पैसों से बंदूके मिलती हैं हिम्मत और जिगर नहीं
जिस दिन हम से सामना होगा सारी गर्मी निकल जाएगी

फिर से मिलने का वादा तो उनके मुँह से निकल ही गया,
जब हमने जगह पुछी तो कहने लगे ख़्वाबों में आते थे आते रहेंगे..!

सत्य के रास्ते पर कोई दो ही गलतियाँ कर सकता है
या तो वह पूरा सफ़र तय नहीं करता
या सफ़र की शुरुआत ही नहीं करता

दो वक़्त की रोटी कमाता हूँ दो वक़्त भगवान् की पूजा करता हु

इससे ज्यादा मेरी ज़रूरत नहीं और मुझ्रे खरीदने की तेरी ओकात नहीं

जिंदगी जीता हुँ खुली किताब की तरह ना कोई फरेब ना कोई लालच
मगर मे हर बाजी खेलता हूँ बीना देखे क्योंकि
ना मुझे हारने का गम ना जीतने का जश्न

वो नजर कहां से लाऊँ जो तुम्हें भुला दे
वो दुआ कहां से लाऊँ जो इस दर्द को मिटा दे
मिलना तो लिखा होता है तकदीरों में
पर वो तकदीर ही कहां से लाऊँ जो हम दोनों को मिला दे

कभी ऐसा भी हो
मैं कोई वादा करूँ तुम उसे निभाओ

तुम्हारी औकात इतनी नही कि
ए हमारा तेवर झेल सको

तेरी नफरत में वो दम कहाँ जो मेरी चाहत
को कम कर दे

कुछ तो बेवफाई मुझमे भी है
जिंदा हुँ मे तेरे बगैर

फासला अब भी दो क़दमों का ही है
कदम कौन बढ़ाए तय ये नहीं है