संता अपनी सैलरी का चेक लेकर बॉस के पंहुचा और बोला मेरे वेतन में से दो सौ रुपये कम हैं ! बॉस: पिछले महीने जब मैंने तुम्हें दो सौ रुपये ज्यादा का चेक दिया था तब तो तुमने कोई शिकायत नहीं की थी! संता: ठीक है वह आपकी पहली गलती थी इसलिए मैंने नज़र अंदाज़ कर दी! लेकिन अगर आप बार-बार गलती करेंगे तो मुझे आपको कहना ही पड़ेगा ना!

संता के शहर में जोरदार भूकंप आया मगर सौभाग्य से संता का परिवार सुरक्षित बच गया। बुरी तरह से डरे हुए संता ने अपने दोनों बच्चों को सुरक्षा के लिहाज से अपने मित्र बंता के पास मुंबई भेज दिया। तीन दिन बाद ही संता को अपने मित्र बंता का तार मिला जिसमें लिखा था: तुम्हारे बच्चों को वापिस भेज रहा हूं चाहो तो भूकंप को यहां भेज सकते हो।

एक बार संता की नई-नई शादी हुई लेकिन फिर भी वह शाम को काफी देर तक दफ्तर में ही बैठा रहता। एक दिन उसके बॉस ने उससे पूछा यार संता अभी तुम्हारी नई-नई शादी हुई है फिर भी तुम देर तक दफ्तर में ही बैठे रहते हो क्या बात सब ठीक तो है? संता: बिल्कुल सर दरअसल बात यह है कि मेरी पत्‍‌नी भी नौकरी करती है और हम दोनों में से जो भी घर पहले पहुंचता है खाना उसे ही बनाना पड़ता है बस इसीलिए!