विश्वास करना हम दोस्ती अपनी निभाएंगे, अगर खुदा भी बुलाएगा तो कह देंगे, दोस्त इजाजत देगा तो ही आयेंगे..

मैंने महसूस किया है उस जलते हुए रावण का दुःख
जो सामने खड़ी भीड़ से बारबार पूछ रहा था तुम में से कोई राम है क्या

दुआ मांगी थी आशियाने की
चल पडी आन्धिया जमाने की
मेरा गम कोई नही समझ पाया
क्योकी मेरी आदत थी मुस्कुराने की

कर सितम कितने भी मुझ पर
इस दिल मे धड़कन तेरे नाम की ही होगी,
ख्वाहिशें तो अधूरी है बहुत सी मगर,
आख़िरी ख्वाहिश तेरे दीदार की होगी!

इस दुनिया में सब कुछ बिकता है,
फिर जुदाई ही रिश्वत क्यूँ नहीं लेती.
मरता नहीं कोई किस्सी से जुदा होकर,
बस यादें ही है जो जीने नहीं देती.

जाने क्या मुझसे ये ज़माना चाहता है,
मेरा दिल तोड़ कर मुझे हंसना चाहता है.
जाने क्या बात झलकती है मेरे चेहरे से,
की हर शख्स मुझे आजमाना चाहता है.

कभी रो के मुस्कुराए , कभी मुस्कुरा के रोए,
जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए,
एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा,
जितना लिख के खुश हुए उस से ज़यादा मिटा के रोए..

अँधेरे में रोशनी का वजूद शायद कही खो गया है,
खुशी का सिलसिला भी अब तो अतीत हो गया है.
इक रोशन शमा बनाना चाहते थे खुद को हम,
ताकि दूर कर सकें अँधेरे का ग़म.
तेज अंधी ने शमा का वजूद
उसी अँधेरे में डुबो दिया है.

जाना था दूर तो पास बुलाया क्यों था,
प्यार ना था हमसे तो बहलाया क्यों था,
खुश थे हम अपनी गम-ऐ-ज़िन्दगी में,
चेहरा अपना दिखाकर तड़पाया क्यों था,
अगर वहशत थी सूरत से हमारी ही इतनी
तो कफ़न मेरे चहेरे से हटाया क्यों था...

घर जले तो बीमा ले सकते है !
सपने जले तो क्या किया जाए ?
आसमान बरसे तो छाता ले सकते है !
आँख बरसे तो क्या किया जाए ?
शेर दहाड़े तो भाग सकते है !
अहंकार दहाड़े तो क्या किया जाए ?
काँटा छुभे तो निकाल सकते है !
कोई बात छुभे तो क्या किया जाए ?
दर्द हो तो दवाई ले सकते है !
वेदना हो तो क्या किया जाये ?
एक अच्छा मित्र एक दवा जैसा ही होता है !
पर एक अच्छा ग्रुप पुरे मेडिकल स्टोर जैसा होता !

Hawa e dasht mujhe ab tu ajnabi na samjh
Ke ab tu bhool gye rasty bhi ghar ke mujhe
G.R..s

Jane Duniya Me Aisa Kyu Hota Hai
Jo Sab Ko Khusi De Wahi Rota Hai
Umar Bhar Jo Sath Na De Sake Wahi
Zindagi Ka Pehla Pyar Kyu Hota Hai

आज इस कदर याद आ रहे हो
जिस कदर तुमने भुला रखा है

आज शायरी नही बस इतना सुन लो
मै तन्हा हूँ और वजह तुम हो

ज्यादा लगाव ना रख मुझसे ,डर मौत का नहीं , तेरे अकेलेपन का है !!