रूह के रिश्तों की ये गहराईयाँ तो देखिये
चोट लगती है हमें और चिल्लाते हैं माँ
रूह के रिश्तों की ये गहराईयाँ तो देखिये
चोट लगती है हमें और चिल्लाते हैं माँ
अगर घास सीमेंट में भी उग सकता है तो आप जीवन के किसी भी समय में प्यार पा सकते हैं।
आज वो लड़की👧 भी मेरा #status
कॉपी करती है..जो 10th class में
मुझे बोलती थी देख 100 में se 100...
Aaye💁..😅😎
ीगी भीगी सी ये जो मेरी लिखावट है
स्याही में थोड़ी सी मेरे अश्कों की मिलावट है
टूटता हुआ तारा सबकी दुआ पूरी करता है
क्यों के उसे टूटने का दर्द मालूम होता है
उसके होंठो को चूमा तो एहसास हुआ कि . . . . . . एक पानी ही जरूरी नहीं प्यास बुझाने के लिए।
मैं खुल के हँस तो रहा हूँ फ़क़ीर होते हुए
वो मुस्कुरा भी न पाया अमीर होते हुये
मुस्कुराने से भी होता है ग़में-दिल बयां
मुझे रोने की आदत हो ये ज़रूरी तो नहीं
मेरे इन हाथों की चाहो तो तलाशी ले लो
मेरे हाथों में लकीरों के सिवा कुछ भी नहीं
आग लगना मेरी फितरत में नही
पर लोग मेरी सादगी से ही जल जाये उस में मेरा कया कसूर
"मेरा एक हाथ पूरी दुनिया से लडने के लीये काफी है..
एकबार तू दूसरा थामकर तो देख..."
क्या हसीन इत्तिफ़ाक था तेरे सामने आने का
किसी काम से आये थे ओर किसी काम के न रहे
द्वेष बुद्धि को हम द्वेष से नहीं मिटा सकते प्रेम की शक्ति ही उसे मिटा सकती है।
चुप चाप चल रहे थे अपनी मंज़िल की और
फिर ठेके पर नज़र पड़ी और गुमराह से हो गये हम
हथेलियों पर मेहँदी का “ज़ोर” ना डालिये,
दब के मर जाएँगी मेरे “नाम” कि लकीरें…!!!!