कृष्ण ने राधा से पूछा: ऐसी एक जगह बताओ जहाँ में नहीं हूँ? राधा ने मुस्कुराके कहा `बस मेरे नसीब में`!

तेरे मिलने की आस न होती; तो ज़िंदगी आज यूँ उदास न होती; मिल जाती कभी तस्वीर जो तेरी; तो हमको आज तेरी तलाश न होती।

स्कूल का वो बस्ता फिर से थमा दे ऐ माँ
ये जिन्दगी का सफर बड़ा मुश्किल सा लगता है

आँखों में आंसुओं की लकीर बन गई; जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गई; हमने तो सिर्फ रेत में उंगलियाँ घुमाई थी; गौर से देखा तो आपकी तस्वीर बन गई।

इश्क़ पर ज़ोर नहीं यह वो आतिश ग़ालिब; के लगाए ना लगे और बुझाए ना बुझे।

ताल्लुक हो तो रूह से रूह का हो; दिल तो अकसर एक दूसरे से भर जाया करते हैं।

कोई चाँद से मोहब्बत करता है; कोई सूरज से मोहब्बत करता है; हम उनसे मोहब्बत करते हैं; जो हमसे मोहब्बत करते हैं।

प्यासी ये निगाहें तरसती रहती हैं; तेरी याद में अक्सर बरसती रहती हैं; हम तेरे ख्यालों में डूबे रहते हैं; और ये ज़ालिम दुनिया हम पे हँसती रहती है।

कोई छुपाता है कोई बताता है; कोई रुलाता है तो कोई हंसाता है; प्यार तो हर किसी को ही किसी न किसी से हो जाता है; फर्क तो इतना है कि कोई अजमाता है और कोई निभाता है!

Unke Dekhne Se Jo Aa Jaatie Hai Munh Par Raunaq; Woh Samajhte Hain Ke Beemaar Ka Haal Achcha Hai!

ये इश्क़ के घाव बहुत गहरे है; दर्द भी देते हैं और भरते भी नहीं।

तेरी लवली eyes ने मुझपे जो effect किया है
मेने सब को reject कर के तुझे select किया है

होश आये तो क्योंकर तेरे दीवाने को; एक जाता है तो दो आते हैं समझाने को।

तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है
पूरी उसकी होती है जो तकदीर लेकर आता है.!

तुम्हें नींद नहीं आती तो कोई और वजह होगी
अब हर ऐब के लिए कसूरवार इश्क तो नहीं