सिकंदर तो हम अपनी मर्जी से हें,
पर हम दुनिया नहीं दिल जीतने आये हें..

आइना है ये जिंदगी मेरे दोस्त
तू मुस्कुरा जिंदगी भी मुस्कुरा देगी

चेहरा बता रहा था कि मारा है भूख ने
सब लोग कह रहे थे कि कुछ खा के मर गया

दिल की उम्मीदों का हौंसला तो देखो
इंतजार उसका जिसको अहसास तक नहीं

दिल की उम्मीदों का हौंसला तो देखो
इंतजार उसका जिसको अहसास तक नहीं

कुछ अलग सा है हमारी मोहब्बत का हाल,
तेरी चुप्पी और मेरे ख़ामोश सवाल...!!

हजार गम मेरी फितरत नही बदल सकते
क्या करू मुझे आदत हे मुस्कुराने की

अगर हम सुधर गये तो उनका क्या होगा
जिन्हें हमारे पागलपन से प्यार हे

वक्त के तराजू में अब किसे रखूँ
सांसों का हर रिश्ता वो तोड गया मुझसे

हमने दिल वापस मांगा तो वो सर झुका कर बोली , वो तो टूट गया खेलते खेलते ।।

औकात क्या है तेरी ए जिँदगी
चार दिन कि मुहोब्बत तुझे तबाह कर देती है

ना Block किया था और ना कभी करेंगे तुझे तो
अपना pro pic और status दिखा दिखा के जलायेगे

वक्त के तराजू में अब किसे रखूँ
सांसों का हर रिश्ता वो तोड गया मुझसे

इश्क का धंधा ही बंद कर दिया साहेब
मुनाफे में जेब जले और घाटे में दिल

न आह सुने दी न तड़प दिखाई दी..
फ़ना हो गए तेरे इश्क में बड़ी ख़ामोशी के साथ..!