उस शक्श से फ़क़त इतना सा ताल्लुक हैं मेरा
वो परेशान होता है तो मुझे नींद नही आती है

कैसे ये कह दूं की "तुमसे मोहब्बत नहीं"
मुँह से निकला झूठ "आँखों से पकड़ा जायेगा"

मुझको मेरे वजूद की हद तक न जान पाओगे….
बेहद , बेहिसाब, बेमिसाल बेइन्तहा हूँ मैं.…!!!!

हमें तो कब से पता था के तू बेवफा है
तुझे चाहा इसलिए था की शायद तेरी फितरत बदल जाये

मोहब्बत जीत जाएगी अगर तुम मान जाओ तो
मेरे दिल मैं तुम ही तुम हो अगर तुम जान जाओ तो

वैसे दुश्मनी तो हम चिटी से भी नहीं करते
लेकिन बीच में आया तो शेर को भी नहीं छोडते

मोहब्बत जीत जाएगी अगर तुम मान जाओ तो
मेरे दिल मैं तुम ही तुम हो अगर तुम जान जाओ तो

ये तो शौक है मेरा दर्द लफ्जो मे बयां करने का
नादान लोग हमे युं ही शायर समझ लेते है

वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी
फिर क्यों उसे चाँद और मुझे आवारा कहते हैं लोग

समय अच्छा हो तो आपकी गलती भी मजाक लगती है
और समय खराब हो तो मजाक भी गलती बन जाती है

सुना है आज उस की आँखों मे आसु आ गये
वो बच्चो को सिखा रही थी की मोहब्बत ऐसे लिखते है

मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर
हम वह हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते हैं

मंजिल चाहे कितनी भी उंची क्यो ना हो
दोस्तो..!!
रास्ते हमेशा पेरो के नीचे होते हे..!!

छोड़ने वालों को छोड़ने का बहाना चाहिए

वर्ना निभाने वाले तो शमशान तक निभाते हैं

करेगा जमाना कदर हमारी भी एक दिन देख
लेना...
बस जरा ये भलाई की बुरी आदत छुट जाने दो...