हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम; हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम; अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला; ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।

आओ किसी शब मुझे टूट के बिखरता देखो; मेरी रगों में ज़हर जुदाई का उतरता देखो; किस किस अदा से तुझे माँगा है खुदा से; आओ कभी मुझे सजदों में सिसकता देखो।

कितना दर्द है दिल में दिखाया नहीं जाता; गंभीर है किस्सा सुनाया नहीं जाता; एक बार जी भर के देख लो इस चहेरे को; क्योंकि बार-बार कफ़न उठाया नहीं जाता!

खुश रहे तू है जहाँ ले जा दुआएं मेरी; तेरी राहों से जुदा हो गयी हैं राहें मेरी; कुछ नहीं पास मेरे अब खाली हाथ हैं; किसी और की नहीं सब खतायें हैं मेरी।

वो देता है दर्द बस हमी को; क्या समझेगा वो इन आँखों की नमी को; ​चाहने वालों की भीड़ से घिरा है जो हर वक़्त; वो महसूस ​क्या ​करेगा ​बस ​एक हमारी कमी को। ​

बस यही दो मसले ज़िन्दगी भर ना हल हुए
ना नींद पूरी हुई ना ख्वाब मुकम्मल हुए
वक़्त ने कहा काश थोड़ा और सब्र होता
सब्र ने कहा काश थोड़ा और वक़्त होता

हर फूल की एक अजब कहानी है; चुप रहना भी प्यार की एक निशानी है; कहीं कोई ज़ख़्म तो नहीं फिर भी क्यों यह एहसास है; कि जैसे दिल का एक टुकड़ा आज भी उनके पास है।

खून से जब जला दिया एक दिया बुझा हुआ; फिर मुझे दे दिया गया एक दिया बुझा हुआ; महफ़िल-ए-रंग-ओ-नूर की फिर मुझे याद आ गयी; फिर मुझे याद आ गया एक दिया बुझा हुआ।

टूट जाये ख्वाब तो जुड़ने की आस क्या रखना; पलकों के भीगने का हिसाब क्या रखना; बस इसलिए मुस्कुरा देते हैं हम; कि अपनी उदासी से किसी को उदास क्या रखना।

किसी की आस पे जीनें में क्या रखा है
किसी को दर्द-ए-दिल सुनाने में क्या रखा है
अब तो आदत सी पड़ गइ है उदास रहने की
वरना उदास रहने में क्या रखा है

देख कर मेरा नसीब मेरी तक़दीर रोने लगी; लहू के अल्फाज़ देख कर तहरीर रोने लगी; हिज्र में दीवाने की हालत कुछ ऐसी हुई; सूरत को देख कर खुद तस्वीर रोने लगी।

बुझते हुए अरमानों का इतना ही फ़साना है; इश्क़ में तेरे हर पल हम को रहना है; चाहे सितमगर कितने भी ज़ख़्म दे हमें; इश्क़ में हर ज़ख्म हमें हँसते हुए सहना है।

तू देख या न देख तेरे देखने का ग़म नहीं; तेरा न देखना भी तेरे देखने से कम नहीं; शामिल नहीं हैं जिसमे तेरी यादे; वो जिन्दगी भी किसी जहन्नुम से कम नहीं।

उनका हाल भी कुछ आप जैसा ही होगा
आपका हाले दिल उन्हें भी महसूस होगा
बेकरारी के आग में जो जल रहे हैं आप
आपसे ज्यादा उन्हें इस जलन का एहसास होगा

उसकी याद हमें बेचैन बना जाती हैं हर जगह हमें उसकी सूरत नज़र आती हैं
कैसा हाल किया हैं मेरा आपके प्यार ने नींद भी आती हैं तो आँखे बुरा मान जाती हैं