सुनो महसूस करो बादल की ग़रज़ बिजली की चमक बारिश की एक-एक बूँद तुमसे चीख-चीख कर कह रही है . . . . . . . . नहा ले नहा ले।

खुदा करे तुम जिन्दगी में बहुत आगे बढ़ो। इतने आगे बढ़ो कि जिससे मिलो वो कहे . . . . . . . ऐ बाबा चलो चलो आगे बढ़ो।

तेरी सूरत पर दिल हारूं; तेरी जरुरत पर जान वारूं; जिस दिन तेरा sms नहीं आता; जी करता है तेरी कनपटी पर दो मारूं!

तुम सा कोई दूसरा जमीन पर हुआ तो रब से शिकायत होगी; . . . . . . . एक तो झेला नहीं जाता दूसरा आ गया तो क्या क़यामत होगी।

डाकू और बाबा में क्या फर्क है? डाकू को शिकार के पास जाना पड़ता है जबकि बाबा के पास शिकार खुद चल के आता है।

लाख टके की बात बोल रहा हूँ जरा ध्यान देना। अगर पैसा पेड़ पर उगता तो; . . . . . . लड़कियां बंदरों से भी सेट हो जाती।

बंदर पेड़ों पर क्यों सोते हैं? . . . . . . . . . चलो जाने दो यार तुम्हारा निजी मामला है। तुम कहीं भी सो सकते हो मुझे क्या!

अच्छे पति और भूत एक जैसे होते हैं; क्योंकि . .. ... उनकी बातें तो सब करते हैं परन्तु देखा किसी ने भी नहीं है आज तक!

आज कल 2 चीजें सिर्फ किस्मत वालो को मिलती हैं! एक: जंगल में घूमता हुआ सफ़ेद हाथी! दो: बिना अफेयर वाला जीवन साथी!

अगर आप कभी टूट कर बिखर जाओ तो मुझे याद कर लेना। क्योंकि... . . . . . . . . . मेरे पास 5 रुपये वाला फेवीक्विक बेकार पड़ा है।

मैं उसकी याद में बन गया बर्फ का गोला; मैं उसकी याद में बन गया बर्फ का गोला; और; वो बोली की ठंडा मतलब कोका कोला।

दिन रात मुझे मेसेज कर-कर के ऐसा कर दिया तुम लोगों ने मुझे ज़ालिम; . .. ... घर की घंटी भी बजने पर मोबाइल उठा लेती हूँ!

फूल गिर जाते हैं जब आप आते हो; फूल गिर जाते हैं जब आप आते हो; अजी जरा ध्यान से चला करो; गमलों से क्यों टकराते हो?

वो आज भी सर्दी में ठिठुर रही है दोस्तों; मैंने एक बार बस इतना कह दिया कि . . . . . . . . . . स्वेटर के बिना कैटरीना लगती हो।

हम दुआ करते हैं खुदा से कि वो आप जैसा दोस्त और ना बनाए; एक कार्टून जैसी चीज़ है हमारे पास कहीं वो भी आम ना हो जाए!