हो चुके अब तुम किसी के
कभी मेरी ज़िंदगी थे तुम
भूलता है कौन मोहब्बत पहली
मेरी तो सारी ख़ुशी थे तुम
हो चुके अब तुम किसी के
कभी मेरी ज़िंदगी थे तुम
भूलता है कौन मोहब्बत पहली
मेरी तो सारी ख़ुशी थे तुम
सिर्फ एक बार आओ हमारे दिल की सल्तनत में
अपना मुकाम देखने..
फिर लौटने का ईरादा हम तुम पर छोड़ देँगे.!!
क्या मंदिर क्या मस्जिद क्या गंगा की धार करे..
वो घर ही मंदिर जैसा है जिसमे औलाद माँ बाप का सत्कार करे
उसका वादा भी अजीब था कि जिन्दगी भर साथ निभायेंगे
मैंने भी ये नहीं पुछा की मोहब्बत के साथ या यादों के साथ
आप के सामने जो दूसरों की बुराई करता है
उससे आप यह उम्मीद मत रखें कि वह दूसरों के सामने आपकी तारीफ़ करेगा
नज़र चाहती है दीदार करना दिल चाहता है प्यार करना
क्या बतायें इस दिल का आलम; नसीब में लिखा है इंतजार करना
एक आह जो दिल को रुला दे एक वाह जो मन को बहला दे
एक राह जो मंजिल को मिला दे और एक मैसेज जो अपनों की याद दिला दे
आज कल की लडकीयॉ हर बात पर कहती है
जानु मै मम्मी पापा के कारण आपसे शादी नही कर सकती
घंटा हम तो जैसै अनाथ है
मेरी बेतहाशा मोहब्बत को उस पगली ने ये कहकर ठुकरा दिया
तू पागल है इश्क में और मै पागलों से प्यार नहीं करती
हम तो पागल हैं शौक़-ए-शायरी के नाम पर ही दिल की बात कह जाते हैं
और कई लोग गीता पर हाथ रख कर भी सच नहीं कह पाते है
तेरे ना होने से ज़िंदगी में बस इतनी सी कमी रहती है
मैं चाहे लाख मुस्कुराऊँ फिर भी इन आँखों में नमी रहती है
कफन मे लिपटा देखकर माथा चूम के मेरे दोस्त मुझसे बोले
अरे पागल नऐ कपडे पहन लिये तो क्या अब बात भी नही करेगा
रब ने जो रिश्ता आसमान पर लिखा है
उसे दुनिया मे निभाना है
एक नाम तुम्हारा लिखना है
एक नाम हमे बन जाना है
मुझे कुछ अफ़सोस नहीं कि मेरे पास सब
कुछ होना चाहिए था,,
मै उस वक़्त भी मुस्कुराता था जब मुझे
रोना चाहिए था..!!
"अपने काम से मतलब रखते है..
बेमतलब की बात नही करते..!"
"बस...रोटी को खुदा मानते है,
मजदूर मजहब की बात नही करते..!