अब उदास होना भी अच्छा लगता है! किसी का पास न होना भी अच्छा लगता है! मैं दूर रह कर भी किसी की यादों में हूँ! ये एहसास होना भी अच्छा लगता है!

लोग पूछते हैं की तुम क्यूँ अपनी मोहब्बत का इजहार नहीं करते
हमने कहा जो लब्जो मे बयां हो जाये सिर्फ उतना हम किसी से प्यार नहीं करते

चाँद के बिना अँधेरी रात रह जाती है; साथ कुछ हसीन मुलाकात रह जाती है; सच है जिंदगी कभी रूकती नहीं; बस वक़्त निकल जाता है और याद रह जाती है।

आज तेरी याद सीने से लगा कर हम रोये; तन्हाई में तुझे पास बुला कर हम रोये; कई बार पुकारा इस दिल ने तुम्हें; हर बार तुम्हें ना पाकर हम रोये।

प्यार करते हैं तुमसे कितना दिखा ना सके; तुम क्या हो हमारे लिए कभी बता ना सके; तुम साथ नहीं हो फिर भी; तुम्हारी याद को कभी हम भुला ना सके।

साँस लेने से भी तेरी याद आती है; हर साँस में तेरी खुशबू बस जाती है; कैसे कहूँ कि साँस से मैं ज़िंदा हूँ; जब कि साँस से पहले तेरी याद आती है।

वक़्त बदला और बदली कहानी है; संग मेरे हसीन पलों की यादें पुरानी हैं; ना लगाओ मरहम मेरे ज़ख्मों पर; मेरे पास उनकी बस यही एक बाकी निशानी है।

ए दोस्‍त तेरी दोस्‍ती पे नाज करते है; हर वक़्त मिलने की फरियाद करते है; हमें नहीं पता घरवाले बताते है; के हम नींद में भी आपकी बात करते है।

तुमसे दूरी का एहसास जब सताने लगा; तेरे साथ गुज़ारा हर लम्हा याद आने लगा; जब भी कोशिश की तुम्हें भुलाने की; तू और भी इस दिल के करीब आने लगा।

लू भी चलती थी तो बादे-शबा कहते थे; पांव फैलाये अंधेरो को दिया कहते थे; उनका अंजाम तुझे याद नही है शायद; और भी लोग थे जो खुद को खुदा कहते थे।

दिल जब टूटता है तो आवाज नहीं आती! हर किसी को मुहब्बत रास नहीं आती! ये तो अपने-अपने नसीब की बात है! कोई भूलता नहीं और किसी को याद भी नहीं आती!

ये आरज़ू थी कि ऐसा भी कुछ हुआ होता; मेरी कमी ने तुझे भी रुला दिया होता; मैं लौट आती तेरे पास एक लम्हे में; तेरे लबों ने मेरा नाम तो लिया होता!

दुनिया के ज़ोर प्यार के दिन याद आ गये; दो बाज़ुओ की हार के दिन याद आ गये; गुज़रे वो जिस तरफ से बज़ाए महक उठी; सबको भरी बहार के दिन याद आ गये।

आसमां में मत ढूँढ अपने सपनों को
सपनों के लिए तो ज़मीं जरूरी है
सब कुछ मिल जाये तो जीने का क्या मजा
जीने के लिए कुछ कमी भी तो जरूरी है..

कितनी जल्दी ज़िन्दगी गुज़र जाती है; प्यास बुझती नहीं और बरसात चली जाती है; आप की यादें कुछ इस तरह आती हैं; नींद आती नहीं और रात गुज़र जाती है!