सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा! सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा! न जाने क्या बात थी उन मे और हम मे! सारी महफिल भूल गए बस वही एक चेहरा याद रहा!

तन्हाई मेरे दिल में समाती चली गयी; किस्मत भी अपना खेल दिखाती चली गयी; महकती फ़िज़ा की खुशबू में जो देखा प्यार को; बस याद उनकी आई और रुलाती चली गयी।

तन्हाई मेरे दिल में समाती चली गयी; किस्मत भी अपना खेल दिखाती चली गयी; महकती फ़िज़ा की खुशबू में जो देखा प्यार को; बस याद उनकी आई और रुलाती चली गयी।

जिए हुए लम्हों को ज़िन्दगी कहते हैं
जो दिल को सुकून दे उसे ख़ुशी कहते हैं
जिसके होने की ख़ुशी से ज़िन्दगी मिले
ऐसे रिश्ते को दोस्ती कहते हैं

हर वक़्त तेरी यादें तडपाती हैं मुझे; आखिर इतना क्यों ये सताती हैं मुझे; इश्क तो किया था तुमने भी शौंक से; तो क्यों नहीं यह एहसास दिलाती हैं तुझे।

जाने उस शक्स को कैसा ये हुनर आता है; रात होती है तो आँख में उतर आता है; मैं उसके ख्याल से निकलूं तो कहाँ जाऊं; वो मेरी सोच के हर रास्ते पर नज़र आता है!

मुस्कराहट का कोई मोल नहीं होता ,
कुछ रिश्तों का कोई तोल नहीं होता
लोग तो मिल जाते है हर मोड़ पर
लेकिन हर कोई आप सब
की तरह
अनमोल नहीं होता !!!

कस्तियाँ रह जाती हैं तूफान चले जाते हैं; याद रह जाती है इंसान चले जाते हैं; प्यार कम नहीं होता किसी के दूर जाने से; बस दर्द होता है उनकी याद आने से।

हर यादों में उनकी याद रहती है; मेरी आँखों को उनकी तलाश रहती है; दुवा करो वो मुझको मिल जाए यारो; सुना है दोस्तों की दुआ में फरिश्तों की आवाज़ होती है!

याद किसी को करना ये बात नहीं जताने की! दिल पे चोट देना आदत है ज़माने की! हम आपको बिल्कुल नहीं याद करते! क्योकि याद किसी को करना निशानी है भूल जाने की!

तेरी कमी का ऐहसास होता है,
तेरे दूर जाने से दिल रोता है,
किसे सुनाऐ अपना हाल-ऐ-दिल,
जिसे देखो वो यही कहता है
जो होता है अच्छे के लिऐ होता है...... Er kasz

यादें आँसू होती तो छलक जाती; यादें लिखावट होती तो मिट जाती; यादें तो जिंदगी में बसा वो एहसास हैं; जो लाख कोशिश के बाद भी लफ़्ज़ों में बयान नहीं होती।

बन के अजनबी मिले थे जिन्दगी के सफर में; इन यादों के लम्हों को मिटायेंगे नहीं; अगर याद रखना फितरत है आपकी; तो वादा है हम भी आपको कभी भुलायेंगे नहीं।

छोड़ दिया हमारा साथ कोई गम नहीं; भूल जायेंगे आप हमें पर भूलने वाले हम नहीं; आप से मुलाक़ात ना हो पाई तो कोई बात नहीं; आपकी एक याद मुलाकात से कम नहीं।

सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा; सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा; न जाने क्या बात थी उनमें और हम में; सारी महफिल भूल गए बस वही एक चेहरा याद रहा।