हम उनके काबिल नही इस लिए दूर रहने लगे हैं; वरना तन्हाई की क्या जुर्रत थी कि हमें बर्बाद करती।

बेहद करीब है वो शख्स आज भी मेरे इस दिल के
जिसने खामोशियों का सहारा ले दूरियों को अंजाम दिया

तुम मिल जाओगे जब कभी; तो इस दिल को आराम आएगा; वरना खामोश सा रहेगा; ये दिल तन्हाइयों में खो जायेगा।

​किसी से ​जुदा होना अगर इतना आसान होता ऐ दोस्त​;​​​​जिस्म से रूह को लेने कभी फ़रिश्ते नहीं आते​।

कभी यूँ भी आ मेरी आँखों में; कि मेरी नज़र को खबर न हो; तुझे भूलने की दुआ करूँ; तो दुआ में मेरी असर ना हो।

हम तो हँसते हैं दूसरो को"हंसाने की खातिर"..
दोस्तों
वरना "दिल पे ज़ख़्म" इतने हैं क रोया भी नहीं जाता

दुनिया ने लाखों गम दिये मैं हंसते हंसते सहता गया
पर एक तेरा मुझसे मुँह फैर लेना रूह तक मुझको तोड़ गया

जिस जिस ने मुहब्बत में, अपने महबूब को खुदा कर दिया,
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए, उनको जुदा कर दिया.
=RPS

हर ख़ुशी गम का ऐलान है; हर मुलाक़ात जुदाई का ऐलान है; ना रखा किसी से उम्मीद; हर उम्मीद दिल टूटने का फरमान है।

कैसी अजीब ये तुझसे जुदाई थी कि तुझे अलविदा भी न कह सका; तेरी सादगी में इतना फ़रेब था कि तुझे बेवफ़ा भी न कह सका।

"बादल कितने खुशनसीब हैं
दूर रहकर भी जमीन पर बरसतॆ है
हम कितने बदनसीब है
पास रहकर भी मिलने को तरसतॆ है

भूल जाने का हौसला ना हुआ; दूर रह कर भी वो जुदा ना हुआ; उनसे मिल कर किसी और से क्या मिलते; कोई दूसरा उनके जैसा ना हुआ!

भूल जाने का हौसला ना हुआ; दूर रह कर भी वो जुदा ना हुआ; उनसे मिल कर किसी और से क्या मिलते; कोई दूसरा उनके जैसा ना हुआ।

दिल तो करता है जिंदगी को किसी क़ातिल के हवाले कर दूँ अये यारो; जुदाई में यूँ रोज़ रोज़ मरना मुझे अच्छा नहीं लगता!

बेताब तमन्नाओं की कसक रहने दो; मंजिल को पाने की कसक रहने दो; आप चाहे रहो नजर से दूर; पर मेरी आँखों में एक झलक रहने दो।