माना कि किस्मत पे मेरा कोई ज़ोर नही; पर ये सच है कि मोहब्बत मेरी कमज़ोर नही; उसके दिल में उसकी यादो में कोई और है लेकिन; मेरी हर साँस में उसके सिवा कोई और नही।

​​एक अजनबी से बात क्या हुई क़यामत हो गयी​;सारे शहर को इस चाहत की खबर हो गयी​​;​​क्यूँ ना दोष दू ​इस ​दिल-ऐ-नादाँ को​;​दोस्ती का इरादा था और मोहब्बत हो गयी​।

अजब अपना हाल होता जो वस्ल-ए-यार होता; कभी जान सदके होती कभी दिल निसार होता; कोई फ़ित्ना या क़यामत न फिर अश्कार होता; तेरे दिल पे ज़ालिम काश मुझे इख़्तियार होता।

लाखों में इंतिख़ाब के क़ाबिल बना दिया; जिस दिल को तुमने देख लिया दिल बना दिया; पहले कहाँ ये नाज़ थे ये इश्वा-ओ-अदा; दिल को दुआएँ दो तुम्हें क़ातिल बना दिया।

बेवजह हम वजह ढूंढ़ते हैं तेरे पास आने को; ये दिल बेकरार है तुझे धड़कन में बसाने को; बुझी नहीं प्यास इन होंठों की अभी; न जाने कब मिलेगा सुकून तेरे इस दीवाने को।

जिस रंग में देखो उसे वो पर्दानशीं है; और उस पे ये पर्दा है कि पर्दा ही नहीं है; मुझ से कोई पूछे तेरे मिलने की अदायें; दुनिया तो यह कहती है कि मुमकिन ही नहीं है।

ऐसा क्या कह दूं कि तेरे दिल को छू जाए; ऐसी किससे दुआ मांगू कि तू मेरी हो जाए; तुझे पाना नहीं तेरा हो जाना है मन्नत मेरी; ऐसा क्या कर दूं कि ये मन्नत पूरी हो जाए।

मेरे दिल ने जब भी कभी कोई दुआ माँगी है; तो हर दुआ में बस तेरी वफ़ा माँगी है; जिस प्यार को देख कर दुनिया वाले जलते हैं; तेरी मोहब्बत करने की बस वो एक अदा माँगी है।

फूल खिलते रहे जिंदगी की राह में; हंसी चमकती रहे आपकी निगाह में; कदम कदम पर मिले ख़ुशी की बाहर आपको; दिल देता है यही दुआ बार-बार आपको; वेलेंटाइन डे की शुभकामनाए!

ज़िन्दगी सिर्फ मोहब्बत नहीं कुछ और भी है; ज़ुल्फ़-ओ-रुखसार की जन्नत नहीं कुछ और भी है; भूख और प्यास की मारी हुई इस दुनिया में; इश्क ही इक हकीकत नहीं कुछ और भी है!

मेरे दिल ने जब भी कभी कोई दुआ माँगी है; हर दुआ में बस तेरी ही वफ़ा माँगी है; जिस प्यार को देख कर जलते हैं यह दुनिया वाले; तेरी मोहब्बत करने की बस वो एक अदा माँगी है।

हम नहीं जीत सके उनसे; वो ऐसी शर्त लगाने लगे; प्यारी सी आँखों को; मेरी आँखों से लडाने लगे; हम शायद जीत भी जाते; पर पलके हमने तब झपकाई; जब उनकी आँखों से आंसू आने लगे।

जज़्बात मचलते हैं जब तुमसे मिलता हूँ; अरमान मचलते हैं जब तुमसे मिलता हूँ; साथ हम दोनों का कोई बर्दाश्त नहीं करता; जलती है देख कर दुनिया जब मैं तुमसे मिलता हूँ।

अपनी आँखों के समंदर में उतर जाने दे; तेरा मुजरिम हूँ मुझे डूब कर मर जाने दे; ज़ख्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको; सोचता हूँ कहूँ फिर सोचता हूँ कि छोड़ जाने दे।

मोहब्बत एक नाम है दर्द और ख़ुशी की कहानी का; मोहब्बत एक नाम है हर पल मुस्कुराने का; ये कोई लम्हा दो लम्हों की पहचान नहीं है; मोहब्बत एक नाम है हर पल साथ निभाने का।