दिल मे एक शोर सा हो रहा है. बिन आप के दिल बोर हो रहा है. बहुत कम याद करते हो आप हमे. कही ऐसा तो नही की… ये दोस्ती का रिस्ता कमज़ोर हो रहा है..

सालों बाद जाने क्या समां होगा
हममे से जाने कौन कहाँ होगा
फिर मिलाना हुआ तो मिलेंगे ख्बबो में
जैसे सूखे गुलाब मिलते है किताबो में

हम उसे भूल कर भी नहीं जी सकते,
हम उसे याद रखकर भी नहीं जी सकते.
मर जाते कबके उनके बिना,
पर क्या करे,
उनकी बाहों के बिना मर भी नहीं सकते.

दिल के टूटने से नही होती है आवाज़!
आंसू के बहने का नही होता है अंदाज़!
गम का कभी भी हो सकता है आगाज़!
और दर्द के होने का तो बस होता है एहसास ।

दिल कितना मजबूर है
आंखों से नींद दूर है
जिससे मिलना चाहते हैं हम
वो हमसे कोसों दूर हैं
ऐ हवा यह बता
क्या मेरी तरह वो भी मजबूर हैं

माना के बहुत तड़पाते हैं फासले,
माना के बहुत सताते हैं फासले,
मगर फसलों से भी दिल लगाना सीखो,
क्यों की रिश्तों की एहमियत बताते है फासले..

पैसे की रेस में पाप धोने को मिले ना मिले; फिर से जीवन में पूण्य कमाने को मिले ना मिले; कर लो कर्म दिल से; क्या पता अगले जन्म ये जीवन मिले ना मिले।

ऐ ख़ुदा मेरे रिश्ते में कुछ ऐसी बात हो;
मैं सोचूँ उसको और वो मेरे साथ हो;
मेरी सारी ख़ुशियाँ मिल जाएं उसको;
एक लम्हें के लिए भी अगर वो उदास हो।

सब खुशियाँ तेरे नाम कर जायेंगे;
ज़िंदगी भी तुझपे कुर्बान कर जायेंगे;
तुम रोया करोगे हमें याद करके;
हम तेरे दामन में इतना प्यार भर जायेंगे।

हर सुबह नए काफिले में सवार होता हूं.
हर दोपहर नए दर्द से नजरे चार होता हूं.
शाम को गहराती है दर्दे यारी..
फिर नयी सुबह के इन्तज़ार में होता हूं. .

तेरी कमी का ऐहसास होता है,
तेरे दूर जाने से दिल रोता है,
किसे सुनाऐ अपना हाल-ऐ-दिल,
जिसे देखो वो यही कहता है
जो होता है अच्छे के लिऐ होता है...... Er kasz

याद में तेरी आँखें भरता है कोई
हर सांस के साथ तुझे याद करता है कोई
मौत एक ऐसी चीज़ है जिसको आना ही है
लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज़ मरता है कोई

मेरे शहर में कुछ ऐसे लोग मिले
जो दिल में उतर गये और कुछ ऐसे भी मिले
जो दिल से उतर गये मुशकिल में थामा हाथ अनजानो ने
पहचान वाले तो साफ मुकर गये

इस दिल को अगर तेरा एहसास नहीं होता;
तो दूर भी रह कर के यूँ पास नहीं होता;
इस दिल ने तेरी चाहत कुछ ऐसे बसा ली है;
एक लम्हा भी तुझ बिन कुछ खास नहीं होता।

कलम चलती है तो दिल की आवाज़ लिखता हूँ, गम और जुदाई के अंदाज़ इ बयान लिखता हूँ, रुकते नहीं हैं मेरी आँखों से आंसू, मैं जब भी उसकी याद में अलफ़ाज़ लिखता हूँ