आंसुओसे पलके भीगा लेता हूँ याद तेरी आती है तो रो लेता हूँ
सोचा की भुलादु तुझे मगर, हर बार फ़ैसला बदल देता हूँ!

कोई दावत तो उसे दे आए जाकर जनाज़े में मेरे शरीक़ होने की
आखिरी सफर में ही सही हमसफ़र बनाने की आरज़ू तो पूरी हो

शाम के बाद मिलती है रात,
हर बात में समाई हुई है तेरी याद.
बहुत तनहा होती ये जिंदगी,
अगर नहीं मिलता जो आपका साथ.

दिल तो कहता है कि छोड़ जाऊं ये दुनियां हमेशा के लिए;
फिर ख्याल आता है कि वो नफरत किस से करेंगे मेरे चले जाने के बाद।

तेरी आंखो के हर आँसू मेरे है मेरे चेहरे की हर हँसी तेरी है
जमाना जितने भी ग़म दे मगर तू कल भी मेरी थी और आज भी मेरी है

लोग कहते है कि तुझे एक दिन तेरी जाटगिरी मरवाएगी
मै भी कह देता हुँ कि क्या करुँ लोगों को आती नहीँ और मेरी जाती नहीं

कोन जाने कब मौत का पैगाम आ जाए ज़िंदगी की आखरी शाम आ जाए
हमे तो इंतजार है उस शाम का जब हमारी ज़िंदगी किसी के काम आ जाए

आज कुछ कमी है तेरे बगैर
ना रंग है ना रोशनी है तेरे बगैर
वक्त अपनी रफ्तार से चल रहा है
बस धड़कन सी थमी है तेरे बगैर।

चले तो थे दोस्तों का पूरा काफिला लेकर
पर कुछ जुदा हो गए और कुछ खुदा हो गए
कुछ गुमशुदा हो गए तो कुछ शादीशुदा हो गए।?

फ्रूटी में कीड़े
कोल्ड्रिंक में सांप
मैग्गी में सीसा
साला दारू के आलावा किसी पे भरोसा रहा ही नहीं अब तो😝😝 🍷🍷🍷

मुझे मालूम था कि वो रास्ते कभी मेरी मंजिल तक नहीं जाते थे,फिर भी मैं चलता रहा क्यूँ कि उस राह में कुछ अपनों के घर भी आते थे!

गता हुआ सूरज दुआ दे आपको
खिलता हुआ फूल खुशबू दे आपको
हम तो कुछ भी देने के बाबिल नहीं,
देनेवाला हज़ार खुशिया दे आपको!

दिल की धड़कन से जुदाई क्यूँ है,
गम की काली घटा छाई क्यूँ है,
गम की ये आग जब बुझानी नही थी,
तो फिर आपने ये आग लगाई क्यूँ है.

मोहब्बत का मेरे सफर आख़िरी है
ये कागज, कलम ये गजल आख़िरी है
मैं फिर ना मिलूं कहीं ढूंढ लेना
तेरे दर्द का ये असर आख़िरी है

छोड़ दिया गर्लफ्रेंड ने ये कहकर , तुम तो जनरल कास्ट हो ..तुमसे मोहब्बत निभाने के चक्कर में मेरे बच्चो को नौकरी भी नही मिलेगी !