कितनी बुरी लगती है ज़िंदगी
जब हम तन्हा महसूस करते हैं,
मरने के बाद मिलते हैं चार कंधे
और जीते जी हम एक के लिए तरसते हैं

दोस्ती इन्सान की ज़रुरत है
दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है
आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ
वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है

जिंदगी मोहताज़ नहीं मंजिलो की
वक़्त हर मंजिल दिखा देता है
मरता नहीं कोई किसी से जुदा होकर
वक़्त सबको जीना सिखा देता है

रिश्ते निभाना हमे भी सिखा दो जरा
इस दिल के कोने में हमे भी बिठा लो जरा
हम आप को याद हैं या नही
1 प्यारा सा SMS करके ये बता दो जरा.

इश्क़ सभी को जीना सीखा देता है, वफ़ा के नाम पर मरना सीखा देता है !
इश्क़ नही किया तो करके देखो, ज़ालिम हर दर्द सहना सीखा देता है !!

वो मुझे भूल ही गया होगा शायद
इतनी मुद्दत तो कोई खफ़ा नहीं रहता
आखिरी अलविदा है उसे
क्योंकि वो मेरा होता तो जुदा नहीं होता

ये तेरे बाप का खरीदा हुआ खिलोना नहीँ जिसे तू केसे भी तोड दे ! ये मेरा दिल हे इसे बेचने का इरादा नहीँ ओर खरीदने की तेरी ओकात नहीँ..
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जीने की ख्वाहिश में हर रोज़ मरते हैं
वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं
झूठा ही सही मेरे यार का वादा है
हम सच मान कर ऐतबार करते हैं

वो तो दिवानी थी मुझे तन्हां छोड़ गई
खुद न रुकी तो अपना साया छोड़ गई
दुख न सही गम इस बात का है
आंखो से करके वादा होंठो से तोड़ गई

सच्चाई को अपनाना आसान नहीं
दुनिया भर से झगड़ा करना पड़ता है
जब सारे के सारे ही बेपर्दा हों
ऐसे में खु़द पर्दा करना पड़ता है

सुना है वो जाते हुए कह गये के;
अब तो हम सिर्फ आपके ख़्वाबों में ही आएँगे;
कोई कह दे कि वो वादा कर ले;
हम जिदंगी भर के लिए सो जाएंगे।

सबकी ज़िन्दगी में खुशिया देने वाले मेरे दोस्त की ज़िन्दगी में कोई गम न हो
उसको मुझसे भी अच्छे दोस्त मिले अब इस दुनिया में हम न हो

घर के बाहर भले ही दिमाग ले जाओ.. क्योंकि दुनियाँ एक ‘बाजार’ है,
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लेकिन घर के अंदर सिर्फ दिल ले जाओ…क्योंकि वहाँ एक ‘परिवार’ है !!!!

नसीब से फरियाद तो कर सकते हैं
वीरानों को आबाद तो कर सकते हैं
क्या हुआ आप से मिल नहीं सकते
एस एम एस भेज कर आप को याद तो कर सकते हैं।

दिल में है जो दर्द वो किसे बताएं,
हँसते हुए ज़ख्म किसे दिखाएँ .
कहती है ये दुनिया हमे खुशनसीब,
मगर नसीब की दास्तान किसे सुनाएँ.